मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दूसरी पारी का कामकाज संभालने के बाद अपने सभी मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ परिचयात्मक बैठक की। इसमें उन्होंने सहयोगियों से सरकार के कामकाज का एजेंडा साझा किया। विभाग वितरण के बाद मंत्री इसी के हिसाब से कामकाज को आगे बढ़ाएंगे।
मंत्रिमंडल की यह पहली बैठक लोकभवन स्थित कैबिनेट सभागार में शाम सात बजे के बाद शुरू हुई। इसमें उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक के साथ सभी कैबिनेट मंत्री, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व राज्यमंत्री शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने पिछले कार्यकाल के अधूरे कार्यों को आगे बढ़ाने के साथ सुशासन को मजबूती देने का एलान किया है। 53 सदस्यीय नए मंत्रिमंडल में 28 सदस्यों को पहली बार मौका मिला है। इनमें कई तो पहली बार चुनाव जीतते ही मंत्री बन गए हैं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को विभाग में कामकाज के तौरतरीके के साथ पारदर्शिता व ईमानदारी की कसौटी पर काम करने का मंत्र दिया है।
दूसरा, मुख्यमंत्री ने अगले पांच वर्ष में प्रदेश को देश की नंबर एक अर्थव्यवस्था बनाने की बात कही है। नई सरकार को इसके लिए पहले दिन से ही अपने लक्ष्य के लिए जुटना है। इस बारे में भी मंत्रियों को पूरी ताकत से जुटने को कहा गया है। इसके अलावा, विधानसभा चुनाव में योगी 1.0 सरकार के संबंध में मतदाताओं से कई तरह के फीडबैक सामने आए हैं। बताया गया है कि सरकार की इमेज को लगातार बेहतर करने व जनभावना को ध्यान में रखकर कामकाज की अपेक्षा की गई है।
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