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शारीरिक शिक्षा एक ऐसा विषय है जो स्वास्थ्य एवं कल्याण से संबंधित महत्वपूर्ण समस्याओं का सीधे निवारण करता है: अनुराग ठाकुर

देश-विदेश

केन्द्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज केन्द्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के अंतर्गत साई एलएनसीपीई, तिरुवनंतपुरम द्वारा आयोजित ई-खेल पाठशाला के समापन सत्र का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया।

अपने संबोधन में, केन्द्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय की विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं एवं सुविधाओं पर प्रकाश डाला जिनमें एक “जन आंदोलन” का रूप ले चुके फिट इंडिया और खेल के मैदान से लेकर पोडियम तक की एथलीटों की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले खेलो इंडिया गेम्स जैसे पहल शामिल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार हर उस पहलू पर ध्यान केंद्रित करना चाहती है जिससे पूरे देश में खेलों को और अधिक लोकप्रिय बनाया जा सके। उन्होंने प्रधानमंत्री के कथन को उद्धृत करते हुए कहा कि जब हमारे एथलीट ओलंपिक या किसी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में पदक जीतते हैं और जब हमारा तिरंगा फहराता है, तो यह एक बेहद खास अनुभूति होती है और यह पूरे देश को ऊर्जा से भर देता है। उन्होंने बताया कि शारीरिक शिक्षा एक ऐसा विषय है जो स्वास्थ्य एवं कल्याण से संबंधित महत्वपूर्ण समस्याओं का सीधे निवारण करता है। उन्होंने देश के युवाओं से खेलों को एक जीवन शैली के रूप में अपनाने की अपील भी की। उन्होंने साई एलएनसीपीई और खेलो इंडिया ई-खेल पाठशाला टीम को सातवें बैच के कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए बधाई दी।

ई-खेल पाठशाला का उद्देश्य भौगोलिक बाधाओं से परे जाकर देश के सभी हिस्सों में खेल-संबंधी ज्ञान को पहुंचाना है। इसमें राष्ट्रीय खेल संघों, प्रख्यात कोचों, एथलीटों और विशेषज्ञों के परामर्श से विकसित और पेशेवर तरीके से डिज़ाइन किया गया पाठ्यक्रम शामिल है। यह कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय, खेलो इंडिया और फिट इंडिया के सहयोग से आयोजित किया जाता है। ई-खेल पाठशाला, स्पोर्ट्स ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म पर शारीरिक शिक्षा के शिक्षकों और जमीनी स्तर पर सामुदायिक प्रशिक्षकों / विद्यार्थियों को समान रूप से संरचित ऑनलाइन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रदान करने के उद्देश्य से भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) द्वारा परिकल्पित एक परियोजना है। साई ने ई-खेल पाठशाला के माध्यम से खेल सीखने का एक ऐसा ऑनलाइन कार्यक्रम बनाया है जो जमीनी स्तर पर खेल संबंधी सुविधाओं के वितरण में क्रांति लाने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा। यह पूरे देश में मानकीकृत स्तर-आधारित गुणवत्तापूर्ण कोचिंग कार्यक्रम प्रदान करेगा।

ई-खेल पाठशाला इसलिए शुरू की गई है ताकि जमीनी स्तर से ही शारीरिक शिक्षा के शिक्षकों और प्रशिक्षकों को शिक्षित किया जा सके और उन्हें देश भर में शारीरिक शिक्षा की कक्षाएं संचालित करने के लिए उपयुक्त ज्ञान एवं कौशल से लैस किया जा सके। इससे उन्हें अगली पीढ़ी के लिए नवोदित प्रतिभाओं की पहचान करने में मदद मिलेगी, ताकि वे अपनी प्रतिभा के अनुरूप विभिन्न खेल स्पर्धाओं का चयन कर सकें और उन्हें खेलों में उत्कृष्टता के उच्च स्तर तक ले जाने में सक्षम बनाया जा सके।

बैच: सातवां (14 फरवरी 2022 से 13 अप्रैल 2022 तक)

• लक्षित उपयोगकर्ता: शारीरिक शिक्षा के शिक्षक और सामुदायिक प्रशिक्षक

• कुल प्रतिभागी: वर्तमान में चल रहे फाउंडेशन स्तर के पाठ्यक्रम में भाग लेने वाले 5000 (23690 पंजीकृत)

• पाठ्यक्रम की अवधि: 6-सप्ताह का कार्यक्रम, उसके बाद एक परीक्षा (60 मिनट)

• कुल दिन: 41, कुल सत्र: 40, कुल वक्ता: 38

डॉ. जी. किशोर, प्राचार्य एवं क्षेत्रीय प्रमुख साई एलएनसीपीई क्षेत्र, ने सभी उपस्थित लोगों का स्वागत किया। श्री संदीप प्रधान, आईआरएस, महानिदेशक, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), सुश्री रितु सेन, आईएएस, महानिदेशक, नाडा, श्री विनोद कृष्ण वर्मा, उप सचिव, शिक्षा मंत्रालय, प्रोफेसर विवेक पांडे, कुलपति, एलएनआईपीई ग्वालियर, श्री पुष्कर वोहरा, संयुक्त निदेशक, सीबीएसई, श्री पीयूष जैन, सचिव, पीईएफआई तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस समारोह में उपस्थित थे। डॉ. लुमलुन बुहरिल, एसोसिएट प्रोफेसर, एलएनसीपीई ने धन्यवाद ज्ञापन किया। श्री अंकुश गुप्ता, परियोजना अधिकारी, नाडा ने “एंटी डोपिंग के बारे में एक संक्षिप्त जानकारी” विषय पर अंतिम सत्र का नेतृत्व किया।

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