केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने पंचायती राज संस्थाओं (पीआरआईज) और उनके प्रतिनिधियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कल्याणकारी योजनाओं का आवश्यक संदेशवाहक बताते हुए आज यहां कहा कि पंचों, सरपचों के साथ-साथ खंड और जिला परिषदों में निर्वाचित प्रतिनिधियों के पास जमीनी स्तर पर अंतिम कतार में स्थित अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने और और पिछले 8 वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई गरीब-हितैषी और कल्याणकारी हर योजना का लाभ उन्हें प्रदान करना सुनिश्चित कराने में एक विशिष्ट भूमिका निभाने का अवसर है।
उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपिंदर सिंह व अन्य की उपस्थिति में पंचायती राज संस्थाओं (पीआरआईज) के प्रतिनिधियों की एक सभा को संबोधित करते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आखिरी किनारे पर खड़े व्यक्ति को सशक्त बनाने के लिए पीआरआईज के सशक्तीकरण और उन्हें मजबूत करने को प्राथमिकता दी है। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने किस प्रकार सात दशकों के बाद पहली बार जम्मू और कश्मीर में जिला परिषदों के चुनाव सुनिश्चित किए और राज्य में कुछ विपक्षी दलों के प्रतिरोध के बावजूद पंचायत चुनावों की राह बनाई।
प्रधानमंत्री मोदी पीआरआई को जो महत्व देते हैं, उसकी पुष्टि अप्रैल महीने में आयोजित “पंचायती राज दिवस” के हालिया उदाहरण से होती है। इसके लिए प्रधान मंत्री ने जम्मू के पास पल्ली पंचायत में कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया और वहां से उन्होंने संबोधित देशभर की पीआरआईज को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इसलिए, अब यह सुनिश्चित करना भी पंचायती राज संस्थाओं की जिम्मेदारी है कि एक भी योग्य नागरिक प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, स्वच्छता योजना आदि योजनाओं का लाभ पाने से वंचित न रहे।
मंत्री ने लाभार्थियों की शतप्रतिशत कवरेज और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई जन-हितैषी, गरीब-हितैषी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों शतप्रतिशत कवरेज और इन योजनाओं के बारे में पूर्ण जागरूकता की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय के दर्शन के अनुरूप है, जिसका अर्थ है अंतिम व्यक्ति का उदय।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करने की अपील की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गरीबों के कल्याण की हर योजना में कोई छुट न जाए। उन्होंने योजना के प्रत्येक लाभार्थी से परिपूर्णता लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करने के लिए कम से कम दो और योग्य व्यक्तियों को जोड़ने को कहा।
गुजरात के भरुच में ‘उत्कर्ष समारोह’में प्रधानमंत्री के हालिया भाषण का जिक्र करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि 2014 में देश की लगभग आधी आबादी शौचालय, टीकाकरण, बिजली कनेक्शन और बैंक खातों जैसी सुविधाओं से वंचित थी। उन्होंने कहा कि हर किसी के प्रयास से विगत वर्षों के दौरान केंद्र सरकार कई योजनाओं लगभग शत-प्रतिशत पूरा करने में सफल रही है और 8 वर्षों के बाद नए संकल्प और निश्चय के साथ खुद को फिर से समर्पित करने की जरूरत है।