देहरादून: मानसून अवधि के दौरान प्राकृतिक आपदाओं से बचाव हेतु वन विभाग द्वारा पूर्ण सतर्कता बरती जा रही है। प्रशासन तंत्र के साथ समन्वय स्थापित करने के साथ-साथ वायरलैस द्वारा सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है। प्रभागीय वनाधिकारियों को वनाग्नि काल की भांति वर्षाकाल में भी समस्त वायरलेस नेटवर्क का भी सुचारू रखने हेतु मुख्यालय स्तर पर निर्देश निर्गत किए गए है। मुख्यालय में वनाग्नि नियंत्रण हेतु स्थापित मास्टर कंट्रोल रूम को भी वर्षाकाल में 24 x 7 संचालित किया जा रहा है ताकि सुगमता से सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा सके।
प्रदेश में वायलैस नेटवर्क हेतु 43 रिपीटर सैट, 443 वेस सैट, 1562 बाकी टॉकी, 168 मोबाइल सैट प्रयोग से लाए जा रहे है, इसके अतिरिक्त कंट्रोल रूम में समस्त प्रभागीय वनाधिकारियों एवं समस्त रेंज अधिकारियों के मोबाइल नम्बर भी उपलब्ध कराए गए है ताकि आवश्यकता पड़ने पर दूरभाष / मोबाइल पर भी संपर्क बनाया जा सके।
आपदा के दृष्टिगत दुर्गम स्थलों में दूर संचार व्यवस्था सुचारू बनाए रखने हेतु एस०डी०आर०एफ० द्वारा उपलब्ध कराए गए सैटेलाइट फोन्स को भी सुचारू रखने हेतु संबंधित प्रभागीय वनाधिकारियों को निर्देश निर्गत कर दिए गए हैं। वर्षाकाल में पेड उखड़ने / गिरने की घटनाओं में वृद्धि हो जाती है व कई बार मार्ग बाधित हो जाते हैं, ऐसी घटनाओं की सूचना प्राप्त होते ही संबंधित वन क्षेत्राधिकारियों को सूचित करते हुए तुरन्त कार्यवाही की जा रही है।