देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीजापुर हाउस में अमर शहीद श्री देव सुमन के 72वें बलिदान दिवस पर उनके व्यक्तित्व एवं कृतृत्व पर आधारित विशेषांक ’सुमन सुधा’ का विमोचन किया। उन्होंने इस अवसर पर श्रीदेव सुमन के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि भी अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने घोषणा की कि टिहरी जेल में रखी श्रीदेव सुमन की 36 किलो की बेडियां राज्य अभिलेखागार में रखी जायेगी। देहरादून में श्री देव सुमन की उनके व्यक्तित्व के अनुरूप उपयुक्त स्थल पर मूर्ति भी स्थापित की जायेगी। देहरादून के पहले बल्लीवाला फ्लाई ओवर का नाम भी उनके बलिदान दिवस के अवसर पर श्री देव सुमन के नाम पर रखे जाने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने श्री देव सुमन संस्कृति साहित्य एवं शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित श्री देव सुमन स्मरण एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि श्री देव सुमन देश के महान सपूत थे। उनके व्यक्तित्व को किसी एक सीमा में नही बांधा जा सकता है। श्रीदव सुमन जैसा दृढ़ इच्छा शक्ति एवं संकल्पशील व्यक्तित्व हमारी धरती पर पैदा हुआ, इसकी आज कोई कल्पना नही कर सकता है। उन्होंने राजशाही के विरूद्ध समाज के लिये मापदण्ड तैयार कर स्वतंत्रता की बेदी पर प्राण न्यौछावर किये। वे संघर्ष व बलिदान की प्रतिमूर्ति थे। निश्चय कर बलिदान देने के लिए साहस की जरूरत होती है। उनका व्यक्तित्व हमें सदैव प्रेरणा देता रहेगा। श्री देव सुमन सदैव आजादी के संघर्ष के ऊंचे पायदान पर रहे।
इस अवसर पर कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि श्री देव सुमन ने अपने व्यक्तित्व से राष्ट्रीय पटल पर उत्तराखण्ड की पहचान ही नही करायी बल्कि राष्ट्रीय पटल पर राजशाही की तानाशाही को भी रखा।
इस अवसर पर सुमन सुधा के संपादक डा.एस.आर.सकलानी ने श्रीदेव सुमन के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। जबकि चन्द्रसिंह सुयाल, रेखा धस्माना उनियाल व नीलम, प्रभा वर्मा ने भी अपने गीत व कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर जयकृष्ण सकलानी, बद्री प्रसद नौटियाल, राजीवनयन बड़ोनी सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार, पत्रकार व अन्य समाज सेवी व संस्था के जुड़े लोग उपस्थित थे।