केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज नई दिल्ली में रामबन जिला की जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने बताया कि जल्द ही रामबन जिले में भी अरोमा मिशन के तहत लैवेंडर की खेती शुरू की जाएगी। प्रायोगिक तौर पर यह नजदीकी डोडा जिले में पूरा किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रामबन पहले के डोडा जिले का एक हिस्सा है। ये दोनों एकसमान भौगोलिक और स्थलाकृतिक स्थितियों को साझा करता है और यहां डोडा की लैवेंडर सफलता की कहानी को दोहराना मुश्किल नहीं होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इससे युवाओं को आजीविका का एक वैकल्पिक और आकर्षक विकल्प उपलब्ध होगा।
इस बैठक के दौरान विभिन्न केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत जिले में प्राप्त की गई उपलब्धियों व प्रगति पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई। साथ ही, विभिन्न विभाग और एजेंसियों की ओर से कार्यान्वित की जा रही कई प्रमुख परियोजनाओं का अवलोकन किया गया। इसके अलावा जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने विभिन्न केंद्र प्रायोजित योजनाओं (सीएसएस) के तहत कार्यान्वित की जा रही परियोजनाओं की योजनावार भौतिक और वित्तीय प्रगति की स्थिति की जानकारी दी।
केंद्रीय मंत्री ने परियोजनाओं को कार्यान्वित करने के लिए जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इनके बीच बेहतर समन्वय योजनाओं को जमीन पर लागू करने की कुंजी है। मंत्री ने जिले में विभिन्न विभागों की ओर से संचालित सभी योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने हर एक योजना की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर मंत्री के सामने जनप्रतिनिधियों ने विभिन्न मुद्दों को उठाया। इस पर डॉ. जितेंद्र सिंह ने संबंधित प्राधिकारों को इनके शीघ्र निवारण के लिए निर्देश जारी किए।
इसके अलावा डॉ. जितेंद्र सिंह ने संबंधित विभागों को सभी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और सभी योजनाओं के तहत सौ फीसदी पात्र लाभार्थियों के कवरेज के लिए नए उत्साह और समर्पण के साथ काम करने का निर्देश दिया।
जमीनी स्तर पर बेहतर परिणाम के लिए सभी संबंधितों से बेहतर समन्वय में काम करने का अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रयास है कि सभी केंद्र प्रायोजित योजनाओं का लाभ पात्र लोगों और हाशिए पर रहने वाले व्यक्ति तक पहुंचे।
इसके अलावा डॉ. जितेंद्र सिंह ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जब भी अपने क्षेत्र का दौरान करें, उस समय जनप्रतिनिधियों के संपर्क में रहें और लोगों को इन योजनाओं के लाभों के बारे में जागरूक करें।
इस अवसर पर डॉ. सिंह ने जिले में विभिन्न केंद्र प्रायोजित योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए जिला प्रशासन की सराहना की।
वहीं, रामबन की जिला विकास परिषद (डीडीसी) के अध्यक्ष डॉ. शमशाद, रामबन के उप आयुक्त मुसर्रत इस्लाम और डीडीसी के सदस्यों ने अपने विचारों को साझा किया।