लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज, गोरखपुर में 1822 करोड़ रुपये की लागत की 04 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री जी द्वारा गोड़धोइया नाला एवं रामगढ़ताल का जीर्णोद्धार/नाले के इन्टरसेप्शन डायवर्जन एंव ट्रीटमेन्ट सम्बन्धी परियोजना, गोरखपुर सीवरेज योजना पार्ट-सी, बरगदवां-कौवाबाग 4-लेन मार्ग पर खजान्ची चौराहे पर फ्लाईओवर का निर्माण तथा भटहट से बासस्थान मार्ग के 4-लेन मार्ग चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण का शिलान्यास किया गया।
इस अवसर मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री स्वनिधि के 02, प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के 05, पी0एम0 कुसम योजना व थ्रेशिंग फ्लोर निर्माण के 01-01, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के 02, आयुष्मान भारत योजना के 02 तथा उद्यान विभाग की ड्रिप सिंचाई योजना के 02 लाभार्थियों सहित कुल 15 लाभार्थियो का प्रमाण पत्र वितरित किए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग, जल निगम और सेतु निगम द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं है। विकास से ही निवेश होता है और रोजगार भी सृजित होता है। विकास लोगांे के जीवन मे परिर्वतन लाता हैै। उन्हांेने कहा कि गोरखपुर को प्रदेश सरकार ने विकास के मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया है। आज यहां एम्स के साथ-साथ बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं उपलब्ध हैं। वर्ष 1990 में बन्द खाद कारखाने की जगह नया खाद कारखाना 105 प्रतिशत की दर से खाद उत्पादन कर रहा है। यह अन्नदाता किसानों के लिए रामबाण का काम कर रहा है। खाद कारखाना परिसर में ही सैनिक स्कूल बन रहा है, जो अगले सत्र में प्रारम्भ हो जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर में हर मार्ग 4-लेन है, तो गोरखपुर-लखनऊ मार्ग 6-लेन होने जा रहा है। गोरखपुर-वाराणसी 4-लेन मार्ग से वाराणसी की दूरी ढाई-तीन घण्टे में सिमट गई है। सड़कों की कनेक्टिविटी से ट्रैफिक जाम की समस्या का भी समाधान हो रहा है। गोरखपुर में बेहतर एयर कनेक्टिविटी भी उपलब्ध है। यहां से दिल्ली, मुम्बई, बेंगलुरु आदि प्रमुख शहरों के लिए 14 फ्लाइट की सेवाएं हैं। सरकार यहां नए एयरपोर्ट के लिए की धनराशि उपलब्ध करा रही है। मानसरोवर, सूर्यकुण्ड, मुक्तेश्वरनाथ, जटाशंकर और मोहद्दीपुर के गुरुद्वारा समेत सभी धर्मस्थल दर्शनीय बन चुके हैं। रामगढ़ताल सबसे सुन्दर स्थल के रूप में विकसित हुआ है, यहां अब फिल्मों की शूटिंग हो रही है। गोरखपुर में चार विश्वविद्यालय हैं। गोरखपुर शिक्षा व चिकित्सा का हब बन चुका है। गोरखपुर में निवेश आ रहा है। स्थानीय युवाओं को यहीं नौकरी व रोजगार मिल रहा है, तो देश-दुनिया के लोग भी नौकरी और रोजगार के लिए यहां आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने गोरखपुर के नागरिकों के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि यहां के नागरिक विकास कार्यों में आगे आकर अपना सहयोग प्रदान करते हैं। जब भी सड़कों के चौड़ीकरण की बात होती है, तो लोग अपने घरों, प्रतिष्ठानों के हिस्से को देने के लिए तैयार हो जाते हैं। असुरन-मेडिकल कॉलेज 4-लेन, एयरफोर्स-सर्किट हाउस 4-लेन, मोहद्दीपुर-जंगल कौड़िया 4-लेन इसका प्रमाण हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोड़धोइया नाला परियोजना पर काम शुरू होने के बाद यह नाला न केवल अतिक्रमण मुक्त होगा, बल्कि इससे 17 वॉर्डों की करीब दो लाख की आबादी के लिए सीवरेज व जल-भराव की समस्या का समाधान होगा। इस परियोजना में 19.5 किमी इण्टरसेप्टिंग सीवर लाइन, 38 एम0एल0डी0 की एक एस0टी0पी0 (सीवरेज ट्रीटमेण्ट प्लाण्ट) 61 एम0एल0डी0 एम0पी0एस0 (मॉलीक्यूलर प्रॉपर्टी स्पेक्ट्रोमेट्री), 19.5 कि0मी0 आर0सी0सी0 नाला निर्माण व 22 ब्रिज/कल्वर्ट आदि के कार्य प्रस्तावित हैं।
इससे बिछिया जंगल तुलसीराम पश्चिमी, शिवपुर शहबाजगंज, जंगल शालीग्राम, बिछिया जंगल तुलसीराम पूर्वी, रेलवे बिछिया कॉलोनी, शाहपुर, भेड़ियागढ़, घोसीपुरवा, सेमरा, बशारतपुर, मानबेला, राप्तीनगर, लोहिया नगर, जंगल नकहा, राम जानकी नगर, शक्तिनगर एवं चक्सा हुसैन से जोे सीवेज/नाले बहते हैं, उन्हें प्रस्तावित 38 एम0एल0डी0 एस0टी0पी0 पर शोधित कर रामगढ़ताल में प्रवाहित किया जाएगा, जिससे जल-भराव व सीवरेज की समस्या का समाधान होने से जे0ई0/ए0ई0एस0 जैसी जलजनित बीमारियों से भी निजात मिलेगी।
मुख्यमंत्री जी ने गोरखपुर सीवरेज योजना जोन-सी पार्ट-2 के सम्बन्ध में अवगत कराते हुए कहा कि इसके अन्तर्गत जंगल बेनीमाधव, पुराना गोरखपुर, कल्याणपुर, सिविल लाइंस, रामजानकी नगर, चक्सा हुसैन, जनप्रिय विहार, सूर्यकुंड समेत 21 वॉर्डों के लिए सीवरेज नेटवर्क तैयार किया जाएगा। 188 कि0मी0 सीवर लाइन बिछाते हुए लगभग 44 हजार घरों को सीवर कनेक्शन से जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कि कहा कि बरगदवा-कौवाबाग जेल बाईपास 4-लेन पर खजान्ची चौराहे पर फ्लाईओवर बन जाने से यहां लगने वाली ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान हो जाएगा। इसी प्रकार भटहट से बासस्थान मार्ग के 4-लेन में चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण से प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय पहुंचना आसान हो जाएगा। शहर से आयुष विश्वविद्यालय बीस मिनट में पहुंचा जा सकेगा।
मुख्यमंत्री जी कहा कि विकास कार्यों के लिए पैसों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने, हो चुके कार्यों के संरक्षण और जो कार्य हो रहे हैं, उसे समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी नागरिकों की भी है। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी परियोजनाओं में मानक व गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए इन्हें समयबद्ध तरीके से पूर्ण करें। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।