लखनऊ: संत कबीर अकादमी, संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश की कार्यकारिणी की प्रथम बैठक पर्यटन भवन, लखनऊ में आयोजित की गई। अकादमी के अध्यक्ष/मंत्री श्री जयवीर सिंह की अध्यक्षता में निर्गुण धारा और लोककला के क्षेत्र में “कबीर पुरस्कार” शुरू करने और मध्यप्रदेश तथा राजस्थान के मुताबिक उत्तर प्रदेश में भी “संत कबीर यात्रा” शुरू करने जैसे प्रमुख निर्णय हुए। बैठक में अकादमी के अब तक कराए गए कार्यों और कार्यक्रमों के साथ आगामी कार्यक्रमों और कार्यवाहियों का अनुमोदन प्राप्त किया गया। उन्होंने अकादमी के सुचारु संचालन के लिए सभी प्रबंध करने के निर्देश दिए।
श्री जयवीर सिंह ने अकादमी के आगामी प्रस्तावित 50 लाख की योजनाओं और कार्यक्रमों को पूरे प्रदेश खासकर ग्रामीण अंचलों में संपन्न कराने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रस्तावित संत कबीर, संत गोरखनाथ व संत रविदास पर आधारित कार्यक्रम “त्रिधारा”, संत कबीर के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य पर लहरतारा से मगहर तक “संत कबीर यात्रा” के लिए सभी को जोड़ते हुए भव्य और सार्थक रूप में आयोजित करने को कहा। उन्होंने नवगठित संत कबीर अकादमी में पुस्तकालय की स्थापना, विभिन्न क्षेत्रों के लिए “कबीर पुरस्कार” शुरू करने, शोध कार्य प्रारंभ करने और आउटसोर्स से भर्तियां करने के निर्देश दिये और इसके लिए अकादमी के बजट को बढ़ाने की मांग शासन के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने दीनदयाल विश्वविद्यालय, गोरखपुर के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह के सुझाव पर विश्वविद्यालय में शोध को प्रोत्साहित करने के लिए “कबीर चेयर” की स्थापना की कार्रवाई आगे बढ़ाने के निर्देश दिए।
मंत्री श्री जयवीर सिंह ने सभी पदाधिकारियों और सदस्यों के सुझाव सुने और अकादमी के उद्देश्यों के अनुरूप सभी सुझावों पर कार्य करने के लिए निर्देशित किया।
बैठक में प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मुकेश मेश्राम, विशेष सचिव संस्कृति और अकादमी के निदेशक श्री आनंद कुमार, विशेष सचिव उच्च शिक्षा श्री गिरिजेश कुमार त्यागी, कार्यकारिणी सदस्य संत कबीर समाधि स्थल मगहर के महंत विचार दास, वरिष्ठ नाट्य लेखक, निर्देशक श्री जितेंद्र मित्तल, वरिष्ठ गायक श्री हरिप्रसाद सिंह, राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर विनोद चौधरी, उप सचिव वित्त श्री संजय शुक्ल, कमिश्नर बस्ती प्रतिनिधि श्री सुशील कुमार, लोकायन संस्थान राजस्थान से श्री गोपाल सिंह चौहान, संस्कृति विभाग के सहायक निदेशक श्री तुहिन द्विवेदी, अकादमी के कोषाध्यक्ष श्री अनिल कुमार खरे, अकादमी के प्रबंध सलाहकार आशुतोष द्विवेदी आदि उपस्थित रहे। ऑनलाइन कुलपति गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रोफेसर राजेश सिंह, वरिष्ठ साहित्यकार नीरजा माधव और संयुक्त निदेशक शिक्षा, बस्ती श्री वाई एन सिंह जी ने प्रतिभाग किया।