लखनऊ : पं0 दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बी0के0टी0, लखनऊ द्वारा 14 से 16 फरवरी, 2023 की अवधि में खण्ड विकास अधिकारियों का च्ड।ल्(ळ) के क्रियान्वयन एवं अनुशासनिक कार्यवाही” विषयक 03 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तिम दिवस के अवसर पर समापन समारोह, संस्थान के महानिदेशक, राजेश कुमार सिंह की अध्यक्षता तथा मुख्य अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री, उ0प्र0 सरकार केशव प्रसाद मौर्य, प्रमुख सचिव, हिमांशु कुमार एवं अन्य विशिष्ट अतिथिगणों की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत 20 सत्रों में कुल 940 प्रतिभागियों (खण्ड विकास अधिकारी/उपायुक्त (श्रम/स्वतः) रोजगार/उपायुक्त मुख्यालय/जिला विकास अधिकारी/परियोजना निदेशक/मुख्य विकास अधिकारी/संयुक्त विकास आयुक्त/संयुक्त मिशन निदेशक एस०आर०एल०एम०) को प्रशिक्षित किये जाने का लक्ष्य है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 12 सत्रों में 610 ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाना है।
मुख्य अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री, उ0प्र0 सरकार केशव प्रसाद मौर्य ने प्रतिभागी अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के में उत्कृष्ट कार्य के लिए उत्तर प्रदेश को ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा कई राष्ट्रीय पुरस्कार भी दिये गये हैं। तत्क्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के क्रियान्वयन हेतु ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विकसित किये गये नये फ्रेमवर्क 2022 के सम्बन्ध में प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
उप मुख्यमंत्री ने समस्त प्रतिभागी अधिकारियों को शासकीय कार्यक्रमों तथा योजनाओं के निष्पादन के विषय में समर्पण की भावना, कार्य के प्रति निष्ठा, जवाबदेही तथा प्रतिबद्धता इत्यादि विषयों के संदर्भ में विस्तृत रूप से ज्ञानवर्धन करने के साथ सभी खण्ड विकास अधिकारियों को अपेक्षात्मक निर्देश दिया कि अपने-अपने विकासखण्डों को आदर्श बनाने के लिये सरकार एवं शासन द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों के सापेक्ष उत्कृष्ट कार्य करें, जिससे कि ग्रामीण जनमानस में आप जैसे सरकारी अधिकारियों की लोकप्रियता में वृद्धि हो तथा केन्द्र एवं राज्य सरकार की उपलब्धियों का सकारात्मक दृष्टि से मूल्यांकन किया जा सके। आशय यह था कि समाज में निचले पायदान पर रहने वाले व्यक्ति तक विकास की किरणें अवश्य पहुँचे। कहा कि विकास की हर योजना के केंद्र में खण्ड विकास अधिकारी रहते हैं। खण्ड विकास अधिकारी गांव और गरीब के विकास की योजनाओं को धरातल पर उतारें।
इस दौरान उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने संस्थान परिसर में पं0 दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कुछ प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए।
समापन समारोह के अवसर पर हिमांशु कुमार, प्रमुख सचिव, ग्राम्य विकास, उ०प्र० शासन द्वारा प्रशिक्षण के संदर्भ में अनुशासनिक कार्यवाही के दृष्टिगत सभी उपस्थित प्रतिभागी अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये बताया गया कि अनुशासनिक कार्यवाही, यह मात्र प्रशासनिक कार्यवाही नहीं हैं, बल्कि इसका परोक्ष रूप से, पुष्टता के साथ विधिक पक्ष हैं, जिस पर जाँच करते समय, प्रत्येक अधिकारी को जाँच अधिकारी के रूप में प्रमुखता के साथ ध्यान देने की आवश्यकता है तथा जब अपना आप आरोप पत्र बनाये तो उसमें प्रासंगिक साक्ष्यों का विधिक रूप से समावेश अवश्य करें। इस प्रकार विधि सम्मत प्रक्रिया एवं कार्यवाहियों का निष्पादन करने से अपराधी को सजा मिलेगी और बेगुनाह को मुक्ति मिलेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्थान के महानिदेशक, राजेश कुमार सिंह ने बताया कि अनुशासनिक कार्यवाही किये जाने के दृष्टिगत ,उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली 1999 के निगमन के अधीन संस्थित अनुशासनिक जाँच के प्रकरण में नियुक्त जाँच अधिकारियों के मार्गदर्शन हेतु निम्न विषयों पर मुख्य रूप से प्रशिक्षित किया जाना है।सभी प्रतिभागी अधिकारियों, उपस्थित मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं मीडिया बन्धुओं को सम्बोधित करते हुये बताया कि संस्थान के अधीनस्थ अन्य 50 क्षेत्रीय/जिला ग्राम्य विकास संस्थान हैं, जो निरन्तर प्रशिक्षण कार्यों का निष्पादन कर रहे हैं। संस्थान की स्थापना का मूलभूत उद्देश्य यह हैं कि उ०प्र० शासन के कृषि उत्पादन आयुक्त के अधीनस्थ आने वाले समस्त विभागों के समूह ख श्रेणी एवं इससे उच्च श्रेणी के अधिकारियों की क्षमता संवर्धन हेतु आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम अभिमुखी प्रशिक्षण कार्यक्रम, पुनर्बोध प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस वित्तीय वर्ष में संस्थान एवं अधीनस्थ संस्थानों के माध्यम से लगभग एक लाख पचास हजार प्रतिभागियों को अद्यतन रूप से प्रशिक्षित किया गया है। राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान एवं द्वितीय स्थान महाराष्ट्र प्रदेश का है।
समापन समारोह के अवसर पर अपर निदेशक, संस्थान बी०डी० चौधरी द्वारा सहृदयता के साथ सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री से यह अनुरोध किया गया कि 50 संस्थानों के माध्यम से प्रशिक्षण संचालन के परिप्रेक्ष्य में हमारी पहुंच सम्बन्धित जनपदों तक तो है परन्तु अन्य 25 जनपदों में पहुंच न होने के कारण प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इन 25 जनपदों में भी प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना कराये जाने का अनुरोध किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन संस्थान के उपनिदेशक तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम नियंत्रक अधिकारी राकेश रंजन द्वारा किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में डा0 सुरेश सिंह डॉ० एस0के0 गुप्ता, डॉ० सीमा राठौर, डॉ० संजय कुमार, डॉ० अशोक कुमार, डॉ० योगेन्द्र कुमार, डॉ० एस0के सिंह, आलोक कुशवाहा तथा ई० प्रशान्त कुमार राय, डॉ० शिव बचन सिंह यादव, प्रतिमेश तिवारी, मो0 शहंशाह, कुमार दीपक रजनी मिश्रा, गौरव सिंह, उपेन्द्र दुबे, आरती गुप्ता, संजय सिंह, अनूप सिंह, विकास श्रीवास्तव इत्यादि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।