केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री, डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज जम्मू और कश्मीर में डोडा जिले के डीसी कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में एनएचआईडीसीएल, एनएचपीसी और जीआरईएफ के अंतर्गत कार्यान्वयित होने वाली मेगा परियोजनाओं के विकास कार्यों की प्रगति का आकलन करने के लिए एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
प्रारंभ में, डोडा के जिला विकास आयुक्त, श्री विशेष महाजन ने गणमान्य लोगों का स्वागत किया और संबंधित जिलों डोडा और किश्तवाड़ में सड़क अवसंरचना के निर्माण और विकास में बीआरओ (जीआरईएफ) और एनएचआईडीसीएल द्वारा प्राप्त की गई उपलब्धियों और प्रगति पर एक प्रस्तुति प्रदान की। एनएचपीसी के अधिकारियों ने भी केंद्रीय मंत्री को परियोजना की विस्तृत और क्रमानुसार जानकारी प्रदान की। बैठक में बताया गया कि जलविद्युत परियोजना (एचईपी), केरू 2024 तक परिचालन के लिए तैयार हो जाएगी जबकि एचईपी क्वार और एचईपी पाकल क्रमशः 2026 और 2027 तक तैयार हो जाएंगे।
बैठक के दौरान एनएचआईडीसीएल के अंतर्गत सुधमहादेव द्रंगा सुरंग, गोहा-खलेनी मार्ग, खलेनी-खानबल मार्ग, खलेनी सुरंग, संगपुरा-वायलो सुरंग पर चर्चा की गई और बताया गया कि सभी कार्य प्रगति पर हैं और सभी परियोजनाएं निर्धारित समय में पूरी हो जाएंगी।
मेगा परियोजनाओं में स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के संबंध में स्थानीय प्रतिनिधियों की मांग को ध्यान में रखते हुए डॉ. सिंह ने डीसी किश्तवाड़ डॉ. देवांश यादव को एनएचपीसी और एनएचआईडीसीएल के अंतर्गत आने वाली सभी सरकारी परियोजनाओं में स्थानीय लोगों का रोजगार में उचित हिस्सा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
मंत्री ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार की कोशिश है कि केंद्र द्वारा प्रायोजित सभी योजनाओं का लाभ सभी पात्र लोगों और कतार में लगे हुए अंतिम लोगों तक पहुंचाया जाए।
डॉ. सिंह ने कार्यकारी एजेंसियों और प्रशासन से कहा कि वे अपनी कोशिशों को दोगुना करें, नवीनतम तकनीक का उपयोग करें और जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने वाली केंद्र शासित प्रदेश के सभी हिस्सों में प्रतिष्ठित विकासात्मक परियोजनाओं को पहुंचाने और जनता और सरकार की अपेक्षाओं तक पहुंचने के लिए समन्वय से काम करें, विशेष रूप से डोडा, किश्तवाड़ और रामबन जैसे ग्रामीण जिलों के लिए।
इस बैठक में श्री धानांतर सिंह कोतवाल, डीडीसी चेयरमैन डोडा, सुश्री संगीता रानी भगत, डीडीसी उपाध्यक्ष, श्री विशेष महाजन, डीसी डोडा, डॉ. देवांश यादव, डीसी किश्तवाड़, श्री अब्दुल कयूम, एसएसपी डोडा, श्री प्राण सिंह, एडीडीसी डोडा, डॉ. आर.के. भारती, एडीसी डोडा, श्री संदीप सुधेरा, एनएचआईडीसीएल के कार्यकारी निदेशक, श्री एन.एस. गिल, जीएम एनएचआईडीसीएल, कर्नल वाई.के. गौतम, ओसी जीआरईएफ 118 किश्तवाड़, श्री अशोक कुमार भानवाल, एस.एम. (एचआर) दुलहस्ती पावर स्टेशन, श्री सचिन विश्वकर्मा, एसएम (आईटी) दुलहस्ती पावर स्टेशन, श्री एम.के. कश्यप, ग्रुप जनरल मैनेजर एचओपी दुलहस्ती पावर स्टेशन, श्री शशि पाल सिंह, एसएम (ईएनवी) रातले एचईपी, श्री अश्वनी कुमार शाही, डीजीएम (एचआर) रातले एचईपी, श्री विनोद कुमार शर्मा, जीएम (इलेक्ट्रिकल) रातले एचईपी और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित हुए।