केंद्रीयविज्ञान और प्रौद्योगिकी; राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान; प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि सिविल सेवा अधिकारियों को अब प्रशिक्षित किया जा रहा है और उन्हें नवीनतम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल तथा डेटा एनालिटिक्स से सुसज्जित किया जा रहा है ताकि उन्हें ऐसे कौशल के साथ सक्षम बनाया जा सके, जो आज के प्रशासनिक संदर्भ में प्रभावी प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि मिशन कर्मयोगी के अंतर्गत, पाठ्यक्रम को इस तरह संरचित किया गया है कि क्षेत्र, कार्यात्मक और व्यवहारिक सुझाव पाठ्यक्रम डिजाइन में शामिल किए गए हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह आज नई दिल्ली में 124वें इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम (आईटीपी) के प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे।
राज्य सिविल सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नत अधिकारियों के लिए 124वां इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम एक साझा राष्ट्रीय परिकल्पना के लिए प्रधानमंत्री के आह्वान की दिशा में तैयार किया गया है। 124वें इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम में 2008 से 2020 के बैच के 131 प्रतिभागी शामिल हैं। इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य उन प्रतिभागियों को सक्षम बनाना है, जिन्हें राज्य सिविल सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा-आईएएस में पदोन्नत किया गया है ताकि वे भारतीय प्रशासनिक सेवा की अखिल भारतीय प्रकृति को समझ सकें और लोक प्रशासन का कार्य और देश की सूक्ष्म-अर्थव्यवस्था में राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य विकसित कर सकें।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि छह महीने तक चलने वाला इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम अधिकारियों को एक व्यापक राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य हासिल करने में मदद करता है जो उन्हें शासन के दायरे को प्रासंगिक बनाने और समझने में सक्षम बनाता है। इस पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय सुरक्षा के आयाम को रेखांकित करने के लिए तीन सशस्त्र बलों के साथ कार्यकाल के अलावा उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) सहित 2 सप्ताह के लंबे भारत दर्शन दौरे को शामिल किया गया है। इसके अलावा, प्रमुख सार्वजनिक सेवाएं प्रदान करने वाले बड़े सार्वजनिक/निजी क्षेत्र के उपक्रमों, नगर निगमों और एसपीवी के साथ संलग्न हैं।
सुशासन में सुधार और सार्वजनिक सेवाओं और केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को बड़े पैमाने पर जनता तक पहुंचाने में मिशन कर्मयोगी कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार अन्य केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए भी इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम की तर्ज पर इस तरह के प्रशिक्षण मॉड्यूल को डिजाइन करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का दृढ़ विश्वास है कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने और आम आदमी को लाभ प्रदान करने में सिविल सेवा एक महत्वपूर्ण आधार है।
124वें इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहली बार एक दिन का डीकंस्ट्रक्शन मॉड्यूल दिखाया गया, जहां अनुभवी अधिकारी, जिन्हें देश भर के राज्यों से भारतीय प्रशासनिक सेवा-आईएएस में शामिल किया गया था, ने प्रतिभागियों के साथ बातचीत की और महत्वपूर्ण परियोजनाओं को लागू करने या महत्वपूर्ण भूमिका निभाने और प्रमुख नीतियों को बनाना / कार्यान्वित करने के बारे में अपने अनुभवों को साझा किया। यह एक स्पष्ट भूमिका परिवर्तन की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए था और इसलिए निर्णय लेने के लिए एक प्रणालीगत परिप्रेक्ष्य को अपनाना था।
124वें इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम के 131 प्रतिभागी 18 राज्यों और 6 केंद्र शासित प्रदेशों से आए हैं। इनमें से 20 प्रतिशत महिला प्रतिभागी हैं। प्रतिभागियों की औसत आयु 52 वर्ष है। इस समूह ने विभिन्न प्रशासनिक क्षमताओं में राज्य सरकारों में औसतन 23 वर्ष सेवा की है।