मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के भोपाल हाट में तीसरे दिव्य कला मेला का आज (रविवार) शुभारंभ हुआ। मेले का शुभारंभ मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार और राज्यमंत्री कुमारी प्रतिमा भौमिक की गरिमामयी उपस्थिति में किया।
इस 10 दिवसीय दिव्य कला मेला का उद्घाटन करते हुए राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि दिव्यांगजन को उद्यमी और शिल्पकार के रूप में विकसित करने का यह एक बेहतर अवसर है। इस तरह के मेलों और प्रदर्शनियों में दिव्यांगजनों को स्टॉल नि:शुल्क आवंटित किए जाते हैं ताकि अपनी प्रतिभा को बड़े शहर और बड़े मंच में प्रदर्शित कर सके।
इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि हम दिव्यांगजन को मूल्यवान मानव संसाधन मानते हैं और हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी राष्ट्रीय विकास कार्यसूची (एजेंडा) में दिव्यांगजनों के मुद्दों को प्राथमिकता देते हैं।
उनका आदर्श वाक्य है “सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास”। हमारी सरकार समग्र तथा सर्वमुखी विकास की दिशा में कार्य कर रही है ताकि दिव्यांगजन भी इस विकास की धारा में समान रूप से जुड़ सकें। मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले चारों वित्त निगम- एनएचएफडीसी, एनबीसीएफडीसी, एनएसएफडीसी एवं एनएसकेडीएफसी के विभिन्न चैनल सहभागियों के माध्यम से, दस्तकारों एवं अन्य कौशल प्राप्त लाभार्थियों को सावधि ऋण योजनाओं एवं माइक्रो फाइनेन्स योजनाओं के अंतर्गत वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं और अब तक देश में 52 लाख से अधिक लाभार्थियों को कवर करते हुए 15,700 करोड़ रुपये वितरित किए हैं।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री सुश्री प्रतिमा भौमिक ने कहा कि देश के संपूर्ण विकास में समाज के सभी वर्गों का योगदान आवश्यक है और हम सभी मिलजुल कर दिव्यांगजन और समाज के कमजोर तबके के विकास के लिए काम करते हुए देश को एक विकसित राष्ट्र की श्रेणी में ला सकते हैं।
यह आयोजन आगंतुकों के लिए एक आकर्षक अनुभव प्रस्तुत करेगा क्योंकि जम्मू और कश्मीर, पूर्वोत्तर राज्यों, हस्तशिल्प, हथकरघा, कढ़ाई के काम और पैकेज्ड फूड आदि सहित देश के विभिन्न हिस्सों के जीवंत उत्पाद एक साथ देखे जा सकेंगे।
लगभग 19 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 100 से अधिक दिव्यांग कारीगर/कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों व कौशल का प्रदर्शन करेंगे। साथ ही मेले में देश भर के स्वादिष्ट व्यंजन का स्वाद लिया जा सकता है और प्रतिदिन शाम ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र होगा।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित ये दिव्य कला मेला 12 से 21 मार्च तक चलेगा जिसमें नि:शुल्क प्रवेश सुबह 11 बजे से सायं 9 बजे तक रहेगा। पहला दिव्य कला मेला दिसम्बर 2022 में नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित हुआ था जिसमें 5 लाख से अधिक लोगों ने विजिट किया था। उसके बाद मुंबई के बीकेसी ग्राउंड में सफल आयोजन हुआ था।