लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दिव्यांग खिलाड़ियों को अब सामान्य खिलाड़ियों की भांति सभी प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी। समय-समय पर पैरा गेम्स आयोजित किये जायेंगे। इससे दिव्यांग खिलाड़ियों को बढ़ावा मिलेगा और प्रतिभायें निखर का सामाने आयेंगीं, जो आगे चलकर पैरा ओलम्पिक गेम्स में उत्तर प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।
अपर मुख्य सचिव, खेल एवं युवा कल्याण डा0 नवनीत सहगल की अध्यक्षता में आज बापू भवन स्थित उनके कार्यालय कक्ष में हुई बैठक में पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन को मान्यता प्रदान कर दी गई। साथ ही डीफ, डम्ब एण्ड ब्लांइड (श्रवणह्ास, नेत्रहीन एवं बधिर) खिलाड़ियों को भी इसमें सम्मलित करने पर जल्द ही निर्णय लिया जायेगा। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार अन्य लोगों की तरह पैरा एथलीटों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में एक मजबूत पैरा स्पोर्ट्स इको सिस्टम बनाने की दिशा मंे कार्य किया जा रहा है। पैरा स्पोर्ट्स और पैरा एथलीट को विभाग की हर योजना में शामिल किया जायेगा।
डा0 सहगल ने कहा कि प्रदेश में छात्रावास सहित राज्य के स्वामित्व वाली खेल सुविधाओं में दिव्यांगांे के अनुकूल बुनियादी ढ़ाचा तैयार कराया जायेगा। खेल केन्द्रों एवं अकादमियों में पैरा खिलाड़ियों के लिए अलग से कोटा निर्धारित कराया जायेगा। पैरा एथलीटों के लिए कई खेलों में उच्च प्रदर्शन केन्द्र स्थापित कराये जायेंगे। इसके साथ ही पैरा स्पोर्र्ट्स के लिए विशेष प्रशिक्षकों की भर्ती की जायेगी। साथ ही नेत्रहीन एवं बधिर खेलों के लिए सुविधायें विकसित की जायेगी। इसके अलावा पैरा ओलंपिक खिलाड़ियों को अन्य ओलंपिक खिलाड़ियों की भांति पुरस्कृत भी किया जायेगा।
समिति की बैठक में साईं तथा खेल विभाग के अधिकारी मौजद थे।