लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में प्रदेश के युवाओं को रचनात्मक कार्यक्रमों से जोड़ने का अभियान चल रहा है। प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग स्तर पर अनेक प्रयास प्रारम्भ किए गए हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले मेधावी विद्यार्थियों के लिए प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी आज अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर यहां ‘नशा मुक्त प्रदेश, सशक्त प्रदेश’ अभियान का शुभारम्भ करने के बाद इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित युवाओं को नशा मुक्ति हेतु शपथ दिलायी। उन्हांने ‘नशा मुक्त प्रदेश, सशक्त प्रदेश’ के लिए हस्ताक्षर अभियान का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर देश की सबसे बड़ी आबादी के राज्य के युवाओं को ‘नशा मुक्त प्रदेश, सशक्त प्रदेश’ के संकल्प के साथ जुड़ने के लिए आगे आना होगा। संयुक्त राष्ट्र की आमसभा द्वारा 17 दिसंबर 1999 को 12 अगस्त की तिथि अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मान्य की गई। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इस तिथि को मान्यता मिलने के पश्चात दुनिया भर के युवा यूनिसेफ के साथ मिलकर प्रतिवर्ष एक नई थीम के साथ इस अभियान का हिस्सा बनते हैं। अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस-2023 की थीम ‘ग्रीन स्किल्स फॉर यूथः टुवर्ड्स अ सस्टेनबल वर्ल्ड’ है।
यूनिसेफ प्रदेश में अनेक कार्यक्रमों के साथ जुड़ा हुआ है। कई बीमारियां वर्षों से हमारे युवाओं और बच्चों को निगल जाती थी। यूनिसेफ और पाथ जैसी संस्थाओं ने केन्द्र और राज्य सरकार के साथ बेहतर समन्वय बनाकर कार्य किया परिणामस्वरूप राज्य से इंसेफेलाइटिस बीमारी पूरी तरह समाप्त हो चुकी है। वर्ष 2017 से पूर्व इस बीमारी से हजारों बच्चों की असमय मृत्यु हो जाती थी, अब इस समस्या का समाधान किया जा चुका है। इंसेफलाइटिस बीमारी के विरुद्ध सरकार का यह कार्यक्रम यदि सफलता प्राप्त कर सकता है, तो मनुष्य स्वयं की आदतों के कारण जो बीमारी पैदा करता है, उसका समाधान क्यों नहीं हो सकता।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री श्री कौशल किशोर ने स्वयं अपनी आपबीती सुनाई कि कैसे उनका पुत्र दोस्तों के चंगुल में फंसकर नशे का आदी बना और अंततः उसकी मृत्यु हो गई । जिस आयु में युवा को समाज और देश के भविष्य के बारे में चिंतन करते हुए नए सपनों को बुनना और उसके अनुसार पुरुषार्थ करना चाहिए यदि उस आयु में वह नशे का आदी हो जाएगा, तो वह समाज में क्या योगदान दे पाएगा। नशा अन्दर ही अन्दर व्यक्ति को खोखला कर देता है। व्यक्ति किसी लायक नहीं रहता।
नशा नाश और जवानी को समाप्त करने का कारण है। इससे दूर रहकर स्वस्थ चिंतन को बढ़ावा देना चाहिए। बहुत सारे लोग खैनी खाते हैं। खैनी का दातों पर बहुत बुरा असर पड़ता है। जो पदार्थ दांतों का रंग बदलकर उनको नष्ट कर देता है, उसका फेफड़े ,खाने की नली और अमाशय पर क्या असर पड़ता होगा आप सहज अनुमान लगा सकते हैं। हम नशे से जितना दूर रहेंगे हमारी क्वालिटी आप लाइफ उतनी ही बेहतर होगी। इसलिए हम सभी को इस अभियान से जुड़ना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दुनिया में सर्वाधिक युवा भारत में हैं। एक मान्यता के अनुसार युवाओं की 60 से 65 करोड़ जनसंख्या भारत में निवास करती है। 15 वर्ष से 55 वर्ष तक आयु की जनसंख्या को युवा की श्रेणी में रखा जाता है। उत्तर प्रदेश में लगभग 9 करोड़ युवा आबादी है। इन 9 करोड़ युवाओं के सपने को एक नई उड़ान देनी है। इनके सपनों का प्रदेश बनाना है तो उन्हें इस अभियान से जोड़ना ही होगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश का युवा कल्याण विभाग यूनिसेफ के साथ मिलकर व्यापक जन जागरूकता का कार्यक्रम चल रहा है।
युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए उनका स्किल डेवलपमेंट किया जा रहा है, ताकि प्रदेश और देश आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। प्रदेश के छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान की जा रही है। अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों के लिए कोचिंग की विशेष व्यवस्था भी की गई है। प्रदेश के दो करोड़ युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन के जरिए ऑनलाइन शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि युवाओं में खेलकूद के प्रति रचनात्मक भावना पैदा करने के लिए प्रत्येक गांव में खेल का मैदान, ब्लॉक स्तर पर एक मिनी स्टेडियम, प्रत्येक जनपद में एक स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश में ओलम्पिक गेम्स में पदक विजेता खिलाड़ियों को एकल वर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त करने पर 06 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 04 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक पर 02 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है। टीम गेम्स में स्वर्ण पदक पर 03 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 02 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक प्राप्त करने पर 01 करोड़ रुपये पुरस्कार स्वरूप दिये जाने की व्यवस्था है।
डबल इंजन की सरकार खिलाड़ियों को जो मंच उपलब्ध करा रही है, उस मंच का बेहतर उपयोग कर रचनात्मकता के साथ ऊर्जा का उपयोग करते हुए यदि कार्य करेंगे तो आपका भविष्य उज्ज्वल होगा। इसी उज्ज्वल भविष्य को बनाए रखने के लिए अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर नशा मुक्त प्रदेश सशक्त प्रदेश के अभियान के साथ हम सब जुड़े हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने स्टेडियम में उपस्थित युवा शक्ति को नशा मुक्ति हेतु शपथ दिलाते हुए कहा कि ‘हम आज नशा मुक्त प्रदेश अभियान के अन्तर्गत एकजुट होकर प्रतिज्ञा करते हैं कि न केवल स्वयं को बल्कि समुदाय, परिवार,मित्र को भी नशा मुक्त कराएंगे। हम अपने प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार हर संभव प्रयास करेंगे’। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने नशा मुक्ति हेतु हस्ताक्षर अभियान में अपने हस्ताक्षर किए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आवास एवं शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री श्री कौशल किशोर ने कहा कि प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए अपने आसपास के लोगों और दोस्तों से सतर्क रहना चाहिए। एक बार नशे की आदत लगने के बाद नशे की लत में बच्चे और युवा निरंतर इस जाल में फंसते चले जाते हैं। कोई कितना भी खास दोस्त या रिश्तेदार हो यदि नशे के लिए आप पर दबाव डालता है तो आप समझ जाइए कि वह आपको नशे के जाल में फंसाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके लड़के ने नशे की आदत में पड़कर अपनी जान गवां दी। नशे की लत पड़ने के बाद जब एक सांसद और विधायक का पुत्र नहीं बचाया जा सका तो आम नागरिक का क्या होगा। इसलिए युवाओं को नशे की लत से हमेशा दूर रहना चाहिए।
उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आज से 24 वर्ष पूर्व संयुक्त राष्ट्र ने निर्णय लिया था कि प्रतिवर्ष 12 अगस्त को अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाएगा। दुनिया में युवाओं की सर्वाधिक आबादी भारत में है, देश में सर्वाधिक उत्तर प्रदेश में है। इसलिए प्रदेश की भूमिका देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर नशा मुक्त बनाने के लिए युवाओं को शपथ दिलाने का कार्य किया गया है। यह अत्यन्त प्रशंसनीय कार्य है।
देश तेजी के साथ विकास की ओर अग्रसर है इसमें युवाओं की बहुत बड़ी भूमिका है। उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनामी की तरफ बढ़ रहा है। प्रदेश के युवा ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना, कौशल विकास योजना से निरंतर जुड़ रहे हैं, और प्रदेश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे रहे हैं। आज हम सबको मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रण लेना होगा कि हमें अपने प्रदेश और देश को नशा मुक्त बनाना है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश निरंतर ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। आज मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान से प्रदेश नशा मुक्त बनेगा। लाखों परिवारों को नशे से निजात मिलेगी। नशे के कारण होने वाली अनेक बीमारियों से भी मुक्ति मिलेगी।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, यूनिसेफ के चीफ ऑफ फील्ड ऑफिस श्री जकरी एडम, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, सचिव खेल और युवा कल्याण श्री सुहास एल0वाई0, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, युवा व महिला मंगल दल के सदस्य व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।