देहरादून: यात्रा उद्यान के शानदार लाइटिंग डिज़ाइन प्रोजेक्ट को प्रतिष्ठित एशिया आर्किटेक्चर डिज़ाइन अवार्ड्स (AADA) में वैश्विक मान्यता मिली है। यात्रा उद्यान ने AADA में ‘सर्वश्रेष्ठ लाइटिंग डिज़ाइन’ पुरस्कार जीता जिससे इस शानदार उद्यान की शोभा और बढ़ी है, जिसे मानव शरीर में विभिन्न चक्रों और चेतना के उच्चतम स्तर तक पहुँचने के लिए चक्रों के माध्यम से हमारे विकास का प्रतिनिधित्व करते हुए अनोखे ढंग से डिज़ाइन किया गया है। यात्रा उद्यान का निर्माण हार्टफुलनेस के मार्गदर्शक और श्री राम चंद्र मिशन के अध्यक्ष आदरणीय दाजी की संकल्पना और मार्गदर्शन में किया गया था, साथ ही स्वयंसेवकों की एक समर्पित टीम ने भी इस उद्यान को वास्तविकता में बदल दिया। यात्रा उद्यान में बाबूजी महाराज की एक शानदार प्रतिमा भी है, जो श्री राम चंद्र मिशन के गुरुओं की परंपरा में दूसरे गुरु हैं। वेद इलेक्ट्रिकल्स, एंडो इंडिया और जापान, लिगमैन इंडिया और सेम्ब्लांस ने डिजाइन और लाइटिंग को वास्तविकता में बदलने में बहुत बाद योगदान दिया।
इस सम्मान पर बोलते हुए हार्टफुलनेस के मार्गदर्शक और श्री राम चंद्र मिशन के अध्यक्ष श्रद्धेय दाजी ने कहा, “यात्रा उद्यान जीवन में सर्वोच्च गंतव्य तक पहुँचने के लिए हमारी आंतरिक यात्रा की याद दिलाता है। बाबूजी महाराज की केंद्रीय आकृति सर्वोच्च गंतव्य तक पहुँचने के मार्ग पर बने रहने के लिए गुरु की निरंतर याद का प्रतीक है। इसके डिज़ाइन और लाइटिंग ने न केवल सौंदर्य के कारण, बल्कि शांति, सुंदरता और आंतरिक यात्रा का प्रतिनिधित्व करने के लिए डिज़ाइन किए गए रास्तों से मिलने वाली प्रेरणा के कारण भी आगंतुकों को बार-बार आकर्षित किया है। हमें गर्व है कि एशिया आर्किटेक्चर डिज़ाइन अवार्ड्स ने यात्रा उद्यान को यह पुरस्कार दिया है।
एशिया आर्किटेक्चर डिज़ाइन अवार्ड्स में इस वर्ष का विषय “उभरता हुआ एशिया” था।” यह मनमोहक थीम एशिया भर के दूरदर्शी वास्तुकारों और डिजाइनरों द्वारा प्रदर्शित उत्कृष्ट सरलता और रचनात्मकता को मान्यता देती है। यह थीम वास्तुकला और डिजाइन उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में एशिया के बढ़ते वैश्विक प्रभाव को भी मान्यता देती है। यह पुरस्कार 6 विषयों और 30 श्रेणियों में दिया जाता है। AADA एक निर्णायक प्रतियोगिता है जो वास्तुकला, आंतरिक डिजाइन, वास्तुशिल्प उत्पाद डिजाइन और व्यक्तिगत कार्यों से जुड़े उद्योग में सर्वश्रेष्ठ को मान्यता देती है।
हार्टफुलनेस के बारे में: हार्टफुलनेस, ध्यान के अभ्यासों और जीवन शैली में बदलाव का एक सरल संग्रह प्रदान करता है। इसकी उत्पत्ति बीसवीं शताब्दी के आरम्भ में हुई और भारत में 1945 में श्री राम चंद्र मिशन की स्थापना के साथ इसे औपचारिक रूप दिया गया, जिसका उद्देश्य था एक-एक करके हर हृदय में शांति, ख़ुशी और बुद्धिमत्ता लाना। ये अभ्यास योग का एक आधुनिक रूप हैं जिनकी रचना एक उद्देश्यपूर्ण जीवन की दिशा में पहले कदम के रूप में संतोष, आंतरिक शांति और स्थिरता, करुणा, साहस और विचारों में स्पष्टता लाने के लिए की गई है। वे सरल और आसानी से अपनाए जाने योग्य हैं और जीवन के सभी क्षेत्रों, संस्कृतियों, धार्मिक विश्वासों और आर्थिक स्थितियों के लोगों के लिए उपयुक्त हैं, जिनकी उम्र पंद्रह वर्ष से अधिक है। हार्टफुलनेस अभ्यासों में प्रशिक्षण हजारों स्कूलों और कॉलेजों में चल रहा है, और 100,000 से अधिक पेशेवर दुनिया भर में कॉर्पोरेट निगमों, गैर-सरकारी और सरकारी निकायों में ध्यान कर रहे हैं। 160 देशों में 5,000 से अधिक हार्टफुलनेस केंद्रों का हजारों प्रमाणित स्वयंसेवी प्रशिक्षकों और लाखों अभ्यास करने वालों द्वारा संचालन किया जाता है।