उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज सिसवा अनन्तपुर सहजनवां, गोरखपुर में लगभग 35 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका विद्यालय का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद में बालकां के लिये 02 विद्यालय पहले से संचालित थे, लेकिन बालिकाआें के लिए अलग से आश्रम पद्धति का विद्यालय संचालित नहीं हो पा रहा था। समाज कल्याण विभाग ने बालिकाआें के लिए भी जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालयां की श्रृंखला की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। इसी क्रम में आज सहजनवां में आश्रम पद्धति विद्यालय का उद्घाटन हो रहा है। यह एक महत्वपूर्ण क्षण है। हर ब्लॉक में कस्तूरबा गांधी विद्यालय बनाने और इन विद्यालयों को कक्षा 06 से 08 की बजाय 06 से 12वीं कक्षा तक चलाने की कार्यवाही को भी तेजी के साथ आगे बढ़ाया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शिक्षा में दिया गया कोई भी योगदान व्यर्थ नहीं जाता है, शिक्षा के क्षेत्र में हम जितनी बेहतरीन सुविधा दे सकें, वह समाज को लाभ देती है। स्वाभाविक रूप से इस दिशा में एक नई प्रगति देखने को मिल रही है। शिक्षा के लिए सरकार के स्तर से पहल होती है, तो वह अच्छा परिणाम देती है। समाज कल्याण विभाग ने गोरखपुर में एक नई सौगात इस विद्यालय के रूप में प्रदान की है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस विद्यालय में बच्चों को रहने, खाने-पीने, पढ़ने की व्यवस्था के लिए सरकार पूरा योगदान दे रही है। इन बच्चों पर किया जाने वाला जो भी खर्च है, यह देश के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए अत्यन्त उपयोगी है, क्यांकि शिक्षा किसी भी समाज के सर्वांगीण विकास की सबसे प्रमुख आधारशिला है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो सके, इसी क्रम में आज आश्रम पद्धति के इस विद्यालय का अनन्तपुर गांव में उद्घाटन हो रहा है। उद्घाटन के साथ ही बालिकाओं का प्रवेश भी हो गया है। बालिकाओं के मन में आगे बढ़ने का जज्बा और कार्य करने की एक ललक है। बालिकाएं घर से दूर रह करके यहां पर अपने अच्छे कैरियर को आगे बढ़ायेंगी और अपनी योग्यता और प्रतिभा के बल पर देश व प्रदेश का नाम रोशन करेंगी।
मुख्यमंत्री जी ने शिक्षकों से यह अपेक्षा की कि वे बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद सहित अन्य शिक्षणेत्तर गतिविधियों जैसे वृक्षारोपण, सेवा के विभिन्न परिकल्पों के साथ जोड़ने का कार्य करें। इन सभी कार्यक्रमों के साथ स्किल डेवलपमेन्ट के लिए भी तैयार करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 35 करोड़ रुपये की लागत से बना और सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त यह विद्यालय बेहतर माहौल में शिक्षा प्रदान करेगा। इस विद्यालय में लगभग 500 छात्राओं का प्रवेश होगा। वे यहां पर रहकर पढ़ सकती हैं। वहां पर समाज कल्याण विभाग से हर एक सुविधा निरन्तर प्राप्त होगी। सहजनवां, गोरखपुर और पूर्वांन्चल की बालिकाआें के लिए यह एक सुनहरा अवसर है। इस आश्रम पद्धति विद्यालय में उन्हें प्रवेश लेने और आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के अलग-अलग स्थानां पर भी बालक और बालिकाआें के लिए इस प्रकार के आश्रम पद्धति विद्यालय बन रहे हैं या बन चुके हैं। आश्रम पद्धति विद्यालय की तर्ज पर जनजातीय क्षेत्रां के बच्चों के लिए एकलव्य विद्यालय के माध्यम से उनके उत्तम अध्ययन-अध्यायापन, रहने-भोजन आदि की व्यवस्था का कार्य सम्पन्न हो रहा है। प्रदेश सरकार ने आश्रम पद्धति विद्यालयों की तर्ज पर मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय तथा मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय के निर्माण की कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सहजनवां में अटल आवासीय विद्यालय को प्रारम्भ कर दिया गया है। यह अटल आवासीय विद्यालय उन बच्चों के लिए है, जिनके माता-पिता निर्माण श्रमिक हैं और जिन्हांने भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में रजिस्ट्रेशन करा रखा है। ऐसे श्रमिकों के बच्चां को अटल आवासीय विद्यालय के माध्यम से शिक्षा की सुविधा दी जा रही है। इस विद्यालय में कक्षा 06 से 12 तक अध्ययनरत बच्चों के सभी प्रकार के खर्चों को सरकार और भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड उठा रहा है। लभगभ 15 एकड़ क्षेत्र में बने इस विद्यालय में छात्रावास, स्टेडियम, इण्डोर स्टेडियम एवं अत्याधुनिक सुविधाआें के साथ अनेक कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बच्चे की मेडिकल और इंजीनियरिंग की आगे की पढ़ाई तथा यू0पी0एस0सी0, लोक सेवा आयोग, बैंक पी0ओ0, कमीशन्ड अधिकारी जैसी प्रतियोगी परीक्षाआें की तैयारी के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा जनपद स्तर पर एक अभिनव कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जा रहा है। समाज कल्याण विभाग के माध्यम से संचालित होने वाले मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग सेन्टर में अच्छी फैकल्टी और टीचर हैं। साथ ही, जिलाधिकारी, सी0डी0ओ0, नगर आयुक्त, बी0डी0ओ0, डॉक्टर, इंजीनियर भी जाकर वहां क्लास लेते हैं। छात्र उस कक्षा से साक्षात या वर्चुअली जुड़ कर लाभ ले सकते हैं, स्वयं को परीक्षा के योग्य बना सकते हैं।
इस अवसर पर समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण ने कहा कि यह गौरव का क्षण है, विशेष रूप से बेटियों के लिए, जिन्हें सहजनवां गोरखपुर में जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका विद्यालय प्राप्त हुआ है। यह विद्यालय अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। हमारी बेटियां इसमें रहकर शिक्षा प्राप्त करेंगी तथा अपने भविष्य को उज्ज्वल करने के साथ प्रदेश व देश को ऊंचाइयों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कहा कि इस विद्यालय में कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा प्रदान की जायेगी। हमारी बेटियां सभी क्षेत्रों में बढ़-चढ़कर अपनी उपस्थिति दर्ज कर रही हैं। उनको आगे बढ़ने में प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ सहयोग कर रही है। यह सब मुख्यमंत्री जी की सकारात्मक सोच के कारण ही हो पा रहा है।
इस अवसर पर समाज कल्याण राज्य मंत्री श्री संजीव कुमार गांड सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।