ऑस्ट्रेलियाई संसद में भारतीय सिनेमा के सम्मान में आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में, बॉलीवुड सुपरस्टार रानी मुखर्जी ने दिवंगत प्रसिद्ध फिल्म निर्माता यश चोपड़ा के सम्मान में एक विशेष डाक टिकट का अनावरण किया। यह कार्यक्रम 13 अगस्त को आयोजित हुआ और यह मेलबर्न के 15वें वार्षिक भारतीय फिल्म महोत्सव की पूर्व संध्या पर आयोजित किया गया था।
अपने भाषण के दौरान, रानी मुखर्जी ने एक बड़े भारत-ऑस्ट्रेलिया फिल्मी सहयोग – एक म्यूजिकल, जिसमें वे और हॉलिवुड के आइकन ह्यू जैकमैन साथ काम करने की इच्छा जाहिर कि।
दोनों अपनी बेहतरीन अदाकारी के लिए मशहूर हैं और ह्यू जैकमैन ने ‘द ग्रेटेस्ट शोमैन’, ‘लेस मिजरेबल्स’ जैसी फिल्मों में संगीत और नृत्य में अद्भुत प्रदर्शन किया है। रानी मानती हैं कि हिंदी सिनेमा, जो संगीत और नृत्य का जश्न मनाता है, उनके और ह्यू जैकमैन के साथ सहयोग के लिए एक अद्भुत मेल होगा। हाल ही में भारत और ऑस्ट्रेलिया ने फिल्मों के लिए एक को-प्रोडक्शन संधि पर हस्ताक्षर किए हैं।
रानी ने कहा, “जैसे क्रिकेट हमें जोड़ता है, वैसे ही मैं आशा करती हूं कि हमारे देशों के बीच को-प्रोडक्शन संधि हमारी फिल्मों में भी इसी तरह का संबंध बनाएगी। हमारे साझा कहानियों को बताने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता। अगर आपको हमारे गाने और नृत्य पसंद हैं, तो ऑस्ट्रेलिया के कई रचनात्मक प्रतिभाएं हैं जिन्होंने हम पर गहरा प्रभाव छोड़ा है। हम बाज लुहरमैन और उनके सिनेमा और उनके म्यूजिकल्स को बेहद पसंद करते हैं। हमारे दिलों पर अपनी अदाकारी और म्यूजिकल्स में बेमिसाल प्रदर्शन के साथ ह्यू जैकमैन और निकोल किडमैन ने राज किया है। मैं सच में निकोल किडमैन और शाहरुख खान के बीच एक रोमांस और ह्यू जैकमैन और रानी मुखर्जी के बीच एक म्यूजिकल का सपना देख रही हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “भारतीय फिल्में आपको एक जादुई दुनिया में ले जाती हैं जब थिएटर में लाइट्स मंद हो जाती हैं। यह आपकी वास्तविकताओं को भुला सकती हैं और आपको भीतर से सांत्वना देने के लिए भावनाओं का एक तूफान ला सकती हैं। यह आपको नाचने और गाने के लिए भी प्रेरित कर सकती हैं, जो हमारे सिनेमा के लिए बहुत ही खास और आनंददायक है। भारत में हमारी फिल्में हमेशा से परिवारों और समुदायों को एक साथ लाने का माध्यम रही हैं और अब यह दुनिया भर में हो रहा है।”
रानी ने आगे कहा, “भारत में हमारी फिल्में हमेशा से दुनिया भर के भारतीयों के लिए एक उत्सव रही हैं। विदेश में रहने वाले भारतीयों ने हमेशा अपनी जड़ों और संस्कृतियों को हमारे सिनेमा के माध्यम से अपनाया है। मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए गर्व महसूस करती हूं, जो इतना विविध है और सिनेमा में यह विविधता अलग-अलग संस्कृतियों को भी प्रतिबिंबित करती है।
रानी कहती हैं कि भारतीय सिनेमा अब वैश्विक पॉप संस्कृति को आकार दे रहा है। उन्होंने कहा, “भारतीय सिनेमा इस समय वैश्विक पॉप संस्कृति को आकार देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। हमारी प्रतिभा, हमारी फिल्में, हमारी कहानियां वास्तव में वैश्विक स्तर पर अपनी छाप छोड़ रही हैं। हमारी फिल्में दुनिया में बहुत खुशी लाती हैं, वे लोगों की जिंदगी में बहुत सारे रंग और खुशी लाती हैं। वे वास्तव में सीमाओं को पार कर रही हैं, जो हमारे सिनेमा के बढ़ते प्रभाव, प्रभावशाली और स्वीकृति का प्रमाण है।”