भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के मार्गदर्शन में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) ने को नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का आयोजन किया। केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
इस अवसर पर श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कार्यक्रम को संबोधित किया और उन्होंने ‘विभाजन’ की पीड़ा तथा उसके पीछे के कारणों पर विस्तार से चर्चा की। श्री शेखावत ने इस बात पर बल दिया कि ‘विभाजन’ की भयावहता को याद रखना महत्वपूर्ण है ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इसके प्रभाव को समझ सकें और उसे महसूस कर सकें। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि इस दिवस को स्मरण करने के पीछे कोई राजनीतिक मकसद नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य सबक सीख कर बेहतर भविष्य का निर्माण करना है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इतिहास की सबसे बड़ी मानवीय भूलों में से एक भारत के ‘विभाजन’ की त्रासदी को विभिन्न राजनीतिक कारणों से इतिहास में वह स्थान नहीं मिला, जिसकी वह हकदार थी। उन्होंने कहा कि लाखों लोगों की पीड़ा और विस्थापित हुए लोगों को हाशिए पर धकेल दिया गया। संस्कृति मंत्री ने एक महत्वपूर्ण बिंदु पर जोर देते हुए कहा कि वैसे तो आम तौर पर इतिहास बाहरी लोगों के लिए मात्र एक प्रसंग बिंदु या संदर्भ की बात हो सकती है, लेकिन यह हितधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थान की तरह ही है, जो बेहतर भविष्य के निर्माण का मार्गदर्शन करता है।
अन्य विशिष्ट अतिथियों में पृथ्वी विज्ञान व कार्मिक, लोक शिकायत राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, शिक्षा और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार, वाणिज्य एवं उद्योग तथा इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री जितिन प्रसाद, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री श्रीमती निमूबेन जयंतीभाई बांभनिया, कॉर्पोरेट कार्य एवं सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री श्री हर्ष मल्होत्रा, जल शक्ति राज्य मंत्री श्री वी. सोमन्ना तथा इंदौर से सांसद श्री शंकर लालवानी शामिल थे।
इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी द्वारा निर्देशित डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘ए न्यू पोस्टबॉक्स: टेल्स फ्रॉम द पार्टीशन’ का टीजर जारी किया। यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म दूरदर्शन और संसद टीवी पर प्रसारित की जाएगी। इससे पहले मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने विभाजन की त्रासदी पर आधारित पुस्तक ‘विभाजन की कहानियां’ का विमोचन भी किया। इस पुस्तक का संपादन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी और राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद के निदेशक प्रोफेसर रवि प्रकाश टेकचंदानी ने संयुक्त रूप से किया है।
भारत का विभाजन होना एक अविस्मरणीय त्रासदी थी और इसके बाद 15 अगस्त, 1947 को देश को स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी। इस आजादी के लिए भारत ने बहुत बड़ी कीमत अदा की थी, क्योंकि विभाजन के दौरान लाखों लोग मारे गए थे और असंख्य लोग विस्थापित हुए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विभाजन पीड़ितों के बलिदान का स्मरण करने के लिए 15 अगस्त, 2021 को लाल किले से घोषणा करते हुए कहा था कि 14 अगस्त की तिथि को हर वर्ष ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन को याद करने का उद्देश्य ‘विभाजन’ की स्मृति एवं लोगों के बलिदान का सम्मान करना तथा राष्ट्र को सतर्क बनाए रखना है।
इस कार्यक्रम का संचालन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में जनपद संपदा प्रभाग के प्रमुख प्रोफेसर के अनिल कुमार ने किया। इस आयोजन में विभाजन के दौरान पीड़ित परिवारों के सदस्यों, दिल्ली विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, युवाओं तथा समाज के सभी वर्गों के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।