लखनऊ : ’नेपाल में 07 से 10 दिसंबर तक प्रथम ’इंडिया-नेपाल टूरिज्म मार्ट’ का आयोजन किया गया। उत्तर प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों के प्रचार-प्रसार के लिए पर्यटन विभाग के अधिकारी, टूर-ट्रैवल ऑपरेटर्स की टीम नेपाल गई थी। दल ने 07 से 09 दिसंबर के बीच पशुपतिनाथ मंदिर, दरबार स्क्वायर, चंद्रगिरि हिल्स, जनकपुर में भ्रमण किया। भारत और नेपाल के बीच सदियों से सांस्कृतिक एवं अध्यात्मिक आस्था का संगम होगा।
यह जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि महाकुंभ के मद्देनजर आगंतुकों के लिए कई विशेष पैकेज तैयार किए गए हैं। ये पैकेज न केवल प्रयागराज बल्कि वाराणसी, अयोध्या और चित्रकूट जैसे अन्य पवित्र स्थलों की यात्रा की भी सुविधा प्रदान करेंगे। श्रद्धालुओं को अखाड़ा अनुभव, कल्पवासी अनुभव और योग व ध्यान सत्र जैसे अद्वितीय अनुभव प्राप्त होंगे, जो एक संपूर्ण आध्यात्मिक यात्रा का एहसास देंगे। पर्यटकों के ठहरने के लिए उत्तम व्यवस्था की जा रही है। टेंट सिटी तैयार हो रही है, जहां पर्यटकों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। हवाई दृश्य दिखाने के लिए रोमांचक हेलीकॉप्टर जॉयराइड की सुविधा उपलब्ध कराने की भी तैयारी है।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि संगम क्षेत्र में हम दो बड़े फूड कोर्ट स्थापित कर रहे हैं। ये फूड कोर्ट घरेलू और अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों की पसंद के अनुसार उच्च गुणवत्ता वाले विभिन्न व्यंजन पेश करेंगे। एक डिजिटल कुंभ संग्रहालय विकसित किया जा रहा है, जहां आगंतुक समुद्र मंथन जैसी घटनाओं के ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व को जान सकेंगे। इसके अलावा, संगम के पास वॉटर लेजर शो और नैनी ब्रिज पर भव्य रोशनी की योजना पर भी काम हो रहा है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम, कृष्ण और भगवान बुद्ध की धरती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, यहीं भगवान शिव के त्रिशूल पर विराजमान काशी है। चित्रकूट, नैमिषारण्य जैसे अनेक पावन तीर्थ स्थल हैं, जहां कम से कम एक बार अवश्य भ्रमण कर अपना जीवन धन्य करना चाहिए। इस दौरान नेपाल सरकार से आग्रह किया गया, कि अपने यहां से टूर-ट्रैवल ऑपरेटर्स के दल को उत्तर प्रदेश भेजें, ताकि वह नजदीक से इन अद्भुत स्थलों को अनुभव करें और आइटनरी में इन स्थलों को शामिल करें।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि नेपाल की राजधानी काठमांडू में 10 दिसंबर को आयोजित इवेंट में पर्यटन उद्योग से जुड़े नेपाल के उद्यमी समेत अन्य महत्वपूर्ण लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान महाकुंभ- 2025 पर बनी दो शार्ट फिल्में दिखाई गईं। बताया गया, कि आगामी महाकुंभ पवित्र शहर प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच आयोजित होगा। इसमें 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। हमारी तैयारियां प्रत्येक आगंतुक के दिव्य अनुभव को बढ़ाने के साथ-साथ विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को सुनिश्चित करने पर केंद्रित है।