गाजियाबाद में आधिकारिक नोडल सेंटर के रूप में चयनित किये गए काईट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (हार्डवेयर संस्करण) के ग्रैंड फिनाले के 7वें संस्करण का उद्घाटन किया गया। यह 5 दिवसीय कार्यक्रम है, जो कि 11 से 15 दिसंबर 2024 तक संस्थान में आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के युवा-संचालित विकास के दृष्टिकोण के अनुरूप है और इसका उद्देश्य छात्रों को सरकार, मंत्रालयों, विभागों, उद्योगों और अन्य संगठनों की ज्वलंत समस्याओं को हल करने हेतु एक मंच प्रदान करना है।
इस राष्ट्रव्यापी पहल का आयोजन शिक्षा मंत्रालय, एआईसीटीई (अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद), शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल, एसबीआई फाउंडेशन और आई4सी द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। इस मेगा इवेंट में ‘गोदरेज अप्लायंसेज’ ऑफिसियल पार्टनर है, ‘टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज’ इवैल्यूएशन पार्टनर है, ‘ट्यूटोरियल्स पॉइंट’ लर्निंग पार्टनर है, ‘हैक2स्किल’ प्लेटफ़ॉर्म पार्टनर है और ‘दूरदर्शन’ एवं ‘ऑल इंडिया रेडियो’ आधिकारिक मीडिया पार्टनर हैं।
उद्घाटन समारोह मुख्य अतिथि – श्री अतुल गर्ग जी (अध्यक्ष, गवर्निंग काउंसिल – काईट और लोकसभा सांसद) द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुरू हुआ, जिसमें विशिष्ट अतिथिगण – श्री शिव सुमन (वरिष्ठ उप निदेशक, सीईए, विद्युत मंत्रालय), डॉ नवीन कुमार (सहायक निदेशक, एआईसीटीई), श्री विकास वर्मा (नोडल केंद्र प्रमुख), और काईट के गणमान्य सदस्यों – डॉ प्रीति बजाज (महानिदेशक एवं एसपीओसी नोडल सेंटर) और डॉ मनोज गोयल (संयुक्त निदेशक) की उपस्थिति में हुआ।
अपने स्वागत भाषण में महानिदेशक डॉ. प्रीति बजाज ने इस मेगा इवेंट की मेजबानी के लिए 51 नोडल केंद्रों में से एक के रूप में काईट को चुनने के लिए शिक्षा मंत्रालय, एआईसीटीई और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल को धन्यवाद दिया। उन्होंने साझा किया कि एसआईएच के हार्डवेयर संस्करण के ग्रैंड फिनाले की सुविधा के लिए केवल 13 नोडल केंद्रों को मान्यता दी गई है, और काईट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस उनमें से एक है। यह एनसीआर के 6 नोडल केंद्रों में से एक है, और हार्डवेयर संस्करण के लिए उत्तर प्रदेश के दो निजी संस्थानों में से एक है। हम 11 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से 34 सलाहकारों और 306 प्रतिभागियों (107 लड़कियां और 199 लड़के) की मेजबानी कर रहे हैं, जो दो विषयों पर विद्युत मंत्रालय द्वारा साझा किए गए 6 समस्या वक्तव्यों पर काम करेंगे। उन्होंने आगे कहा, “यह हैकाथॉन केवल समाधान विकसित करने के बारे में नहीं है, बल्कि सह-शिक्षण के बारे में भी है – एक-दूसरे की संस्कृति से सीखना, अनुशासन, समय प्रबंधन, समस्या-समाधान, प्रस्तुतिकरण और प्रस्तुति कौशल के बारे में सीखना।”
मुख्य अतिथि, श्री अतुल गर्ग जी (अध्यक्ष, गवर्निंग काउंसिल – काईट और लोकसभा सांसद) ने कहा, “मुझे सभी प्रतिभाशाली प्रतिभागियों को देखकर बेहद गर्व महसूस हो रहा है। उद्योगों में क्रांति लाने और हमारे राष्ट्र को विकास की ओर ले जाने की क्षमता केवल आप लोगों में है, अर्थात हमारे देश के युवाओं में। आप एक आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से उन्नत भारत की प्रेरक शक्ति हैं। यह हैकाथॉन जीतने या हारने के बारे में नहीं है; यह सीखने, प्रयोग करने और ऐसे समाधान बनाने के बारे में है जो हमें आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को प्राप्त करने में मदद करेगा।”
शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल के प्रबंध संपादक, श्री विकास वर्मा को काईट में नोडल सेंटर हेड नियुक्त किया गया है। एसआईएच के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, उन्होंने बताया, “पिछले कुछ वर्षों में एसआईएच में 14 लाख छात्रों ने भाग लिया है और 2 लाख से अधिक टीमों ने विभिन्न विषयों/ विचारों पर काम किया हैं। हमने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के माध्यम से 100 से अधिक स्टार्टअप बनाए हैं और उन स्टार्टअप का कुल मूल्यांकन 15000 करोड़ रुपये रहा है।”
स्थानीय उद्घाटन के बाद, संस्थान केंद्रीय उद्घाटन से जुड़ा, जिसकी शुरुआत एआईसीटीई के उपाध्यक्ष डॉ. अभय जेरे के उद्घाटन भाषण से हुई। उन्होंने बताया कि एसआईएच की शुरुआत 2017 में 7000 टीमों के साथ हुई थी और इस साल के हैकाथॉन को 54 संगठनों से 254 समस्या विवरण और प्रतिभागियों से 54000 से अधिक विचार प्राप्त हुए हैं। केंद्रीय उद्घाटन के दौरान डॉ. सुकांत मजूमदार (माननीय शिक्षा राज्य मंत्री), डॉ. टी.जी. सीताराम (अध्यक्ष, एआईसीटीई), डॉ. अनिल सहस्रबुद्धे (राष्ट्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी मंच, राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद और राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड के अध्यक्ष) संग अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।
माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान जी ने आधिकारिक तौर पर स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 के ग्रैंड फिनाले का उद्घाटन किया। प्रतिभागियों को वर्चुअली संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के 7 संस्करणों में विचार और उनका अंकुरण न केवल आज के लिए, बल्कि आने वाली सदियों के लिए भी समाधान निकालने में सक्षम है। यह कोई आम आयोजन नहीं है; यह 24×7, 365 दिन चलने वाला अनुष्ठान है जो युवाओं के अभिनव दृष्टिकोण को प्रदर्शित करता है। वर्तमान में, भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, और मेरा मानना है कि युवाओं के नेतृत्व में, यह 2047 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और दुनिया का सबसे बड़ा विकास मॉडल बन जाएगा, खासकर ग्लोबल साउथ का।”
इसके साथ ही केंद्रीय उद्घाटन का समापन हुआ, जिसके बाद प्रतिभागियों को उनकी समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश और निर्देश दिए गए। सभी प्रतिभागी दोपहर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री के संबोधन में शामिल होने के लिए एकत्र हुए।
उद्घाटन सत्र में निदेशक अकादमिक डॉ. अनिल अहलावत, डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट डॉ. विभव सचान, टीबीआई-काइट के महाप्रबंधक श्री सौरव कुमार के साथ-साथ सभी आयोजन समिति के सदस्य, डीन, विभागाध्यक्ष, फंक्शनल हेड, संकाय सदस्य और छात्र समन्वयक मौजूद थे।