लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज एनेक्सी भवन, गोरखपुर में निर्मित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल (सभागार कक्ष) का लोर्कापण करने के उपरान्त जनपद गोरखपुर के विकास कार्यां एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि विकास परियोजनाओं में मैनपावर बढ़ाकर कार्यों में तेजी लायी जाये। प्रत्येक परियोजना समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण हो। हर परियोजना के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया जाये और उसके द्वारा साप्ताहिक निरीक्षण किया जाये। जिलाधिकारी या वरिष्ठ अधिकारी 15 दिन पर नोडल अधिकारियों से कार्यों की प्रगति की समीक्षा करें। साथ ही, जनप्रतिनिधियों के साथ बेहतर समवन्य कर जनपद के विकास कार्यों को और गति दी जाए। उन्होंने कहा कि नागरिकों की समस्याओं के निस्तारण के लिए अधिकारी नियमित और संवेदनशील ढंग से सुनवाई करें। आई0जी0आर0एस0 और सी0एम0 हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण किया जाये।
मुख्यमंत्री जी ने ट्रैफिक प्रबंधन को और सुदृढ़ करने पर जोर देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ई-रिक्शा नाबालिगों द्वारा न चलाये जायें। स्ट्रीट वेण्डरों का वेन्डिंग जोन में व्यवस्थित पुनर्वास करें तथा उनके साथ संवाद भी करें। अतिक्रमण करने वालों पर कार्यवाही की जाये। उन्हांने गीडा के कार्यों की समीक्षा करते हुये निर्देश दिए कि उद्यमियों के साथ गीडा, जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन के अधिकारी बैठक कर उनकी समस्याओं का समाधान करें। गीडा में उद्यमियों की समस्याओं को दूर करने और शासन की योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था को मजबूत किया जाए। प्रत्येक 03 माह में बैंकर्स के साथ बैठक कर लोगां को शासन की योजनाओं से लाभान्वित किया जाये। जनपद के सीडी रेशियो को 58 से 75 प्रतिशत करने का लक्ष्य लेकर कार्य किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति बरकरार रहनी चाहिए। पुलिस पैट्रोलिंग बढ़ायी जाए। माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने गो-तस्करों को चिन्हित करने और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने नगर निगम के कार्यों की समीक्षा करते हुये कहा कि नदियों और तटबन्धों के मध्य सॉलिड वेस्ट को न गिराया जाये। तकिया कवलदह में हो रहे जल शुद्धिकरण के कार्यों से मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तथा दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को अवगत करायें तथा स्थान का भ्रमण भी कराएं। तालाबां/ताल में नालां का पानी सीधे न जाये। ट्रीटमेंट के बाद ही नालों का पानी तालाबों/ताल में गिराया जाये।
मुख्यमंत्री जी ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुये निर्देशित किया कि 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वृद्धों के आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में और तेजी लायी जाये और योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाये। उन्होंने क्षय रोग उन्मूलन की समीक्षा करते हुये कहा कि सभी जनप्रतिनिधि 05-05 क्षय रोगियों को गोद लेकर उनकी निगरानी करते हुये उनको शासन से मिल रही सहायता/सहयोग से स्वास्थ्य लाभ दिलाएं।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।