लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि पशुओं के टीकाकरण कार्यक्रम को निर्धारित अवधि में पूर्ण किया जाए और वैक्सीन एवं अन्य कृमिनाशक दवाओं की गुणवत्ता पूर्णरूप से सुनिश्चित की जाए। यदि दवाओं आदि की गुणवत्ता में कमी पायी जाती है तो संबंधित संस्था के खिलाफ कार्यवाही की जाए। अवस्थापना संबंधी कार्यों में गुणवत्ता एवं समयबद्धता का पूरा ध्यान रखा जाए।
पशुधन मंत्री ने यह निर्देश आज विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में आहूत बैठक में दिये। बैठक में श्री सिंह ने कहा कि गौमूत्र और गोबर के सदुपयोग हेतु कार्य तीव्रगति से किया जाए। विभिन्न गोशालाओं और स्वयं सहायता समूहों द्वारा गौ उत्पादों से निर्मित गो-पेंट, गौ-कास्ट, वर्मी कम्पोस्ट आदि को प्रोत्साहित किया जाए और उनसे संबंधित जागरूकता अभियान चलाया जाए।
श्री सिंह ने कहा कि निराश्रित गोवंश का संरक्षण राज्य सरकार की प्राथमिकता में है और गोवंश संरक्षण के साथ ही हमें गोशालाओं को आत्मनिर्भर भी बनाना है। निराश्रित गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास तेज किये जाए। उन्होंने कहा कि गोशालाओं के निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाए और बाउण्ड्रीवाल भी अवश्य निर्मित करायी जाए।
श्री सिंह ने निर्देश दिये कि कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम को सफल बनाने के और अधिक प्रयास किये जाए। कृत्रिम गर्भाधान के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए माह फरवरी में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जनपदों में चलाये जाए। प्रशिक्षण में उचित एवं वैज्ञानिक तरीकों से मैत्री कार्यकर्ताओं को अवगत कराकर प्रशिक्षित किया जाए। श्री सिंह ने कहा कि विभाग द्वारा बकरी पालन, भेड़ पालन, कुक्कुट पालन एवं अन्य योजनाओं जो छोटे किसानों एवं पशुपालकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी हैं, उनका व्यापक रूप से प्रचार प्रसार कराया जाए और लोगों को लाभान्वित कराया जाए ताकि उनकी आय में बढ़ोत्तरी हो सके।
बैठक में पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री के0 रवीन्द्र नायक मंत्री जी को विभागीय योजनाओं के अद्यतन स्थिति से अवगत कराया। प्रमुख सचिव ने बताया कि गोआश्रय स्थलों के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। पशुधन के स्वास्थ्य हेतु चारा, भूसा, औषधियों एवं वैक्सीन की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। महाकुम्भ में पशुधन विभाग की योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
बैठक में पशुधन विभाग के विशेष सचिव श्री देवेन्द्र पाण्डेय, पशुपालन विभाग के निदेशक (प्रशासन एवं विकास) डा0 जयकेश कुमार पाण्डेय, निदेशक (रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र) डा0 योगेन्द्र पवार, संयुक्त निदेशक डा0 पी0के0 सिंह तथा सीईओ एलडीबी डा0 नीरज गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।