लखनऊ: प्रदेश के हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री श्री महबूब अली ने कहा है कि सरकार बुनकरों की हर संभव मदद करेगी। बुनकरों को तकनीकी प्रशिक्षण देने के लिए सरकार शत-प्रतिशत अनुदान देगी तथा पावरलूम उद्योग स्थापित करने पर कार्यशाला निर्माण हेतु 45000 रुपये का अनुदान दिया जायेगा। इसी प्रकार बुनकरों द्वारा सेमी आटोमैटिक पावरलूम खरीदने पर एक लाख रुपये का अनुदान मिलेगा।
मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष में बुनकरों के पुराने एवं परम्परागत पावरलूम अद्योग को आधुनिक पावरलूम में परिवर्तित करने के लिए जनेश्वर मिश्र पावरलूम उद्योग विकास (सामान्य) योजना संचालित की गईं है। सरकार ने बुनकरों को योजना से लाभान्वित करने के लिए 15 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।
हथकरघा मंत्री ने बताया कि योजनान्तर्गत पावरलूम बुनकरों को आधुनिक पावरलूम के संचालन, आधुनिक डिजाइन एवं रंग संयोजन तकनीकी का प्रशिक्षण राज्य सरकार दिलायेगी। उच्चीकृत आधुनिक पावरलूम की स्थापना पर लागत का 75 प्रतिशत प्रदेश सरकार तथा 25 प्रतिशत स्वयं बुनकर द्वारा या समिति द्वारा वहन किया जायेगा। इसी प्रकार सेमी आटोमैटिक पावरलूम की स्थापना पर कार्यशाला निर्माण हेतु 300 रुपये प्रति वर्गफुट की दर से 45000 रुपये की वित्तीय सहायता बुनकरों को मिलेगी।
वस्त्रोद्योग मंत्री ने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए पावरलूम बुनकर की आयु 18 वर्ष से अधिक हो, बुनाई कार्य में दक्ष हो तथा पावरलूम वस्त्र उत्पादन में कार्यरत हो। ऐसे बुनकरों के पास पावरलूम बुनकर परिचय पत्र तथा विद्युत विभाग द्वारा जारी पावरलूम विद्युत प्रतिपूर्ति की पासबुक हो। इसके साथ ही पावरलूम बुनकर के पास आधार कार्ड/फोटोयुक्त राशन कार्ड या वोटर कार्ड होना चाहिए।