देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को सचिवालय में भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण की 8वीं बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होने प्राधिकरण के डिजिटल मास्टर प्लान का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्देश दिये कि मास्टर प्लान के अन्तर्गत विभिन्न विभागों द्वारा सब प्लान भी तैयार किया जाय, इसके लिये मुख्य सचिव द्वारा सचिव समिति की बैठक के माध्यम से विभागो को निर्देशित किया जायेगा। तीन माह की अवधि में यह प्लान तैयार हो जाय यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी उन्होने दिये। उन्होने कहा कि इस सम्बंध में जिला पंचायत, ग्राम पंचायत व नगर पंचायत में भी इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। लोगो को यह नही लगना चाहिए कि इससे उनका नुकसान हो रहा है। इसके फायदे उन्हें बताये जाये। उन्होंने प्राधिकरण से लोकल रिसोर्स मेपिंग तथा छोटे शहरो की प्लानिंग में भी सहयोग करने को कहा। उन्होंने इस डिजिटल मास्टर प्लान को देवभूमि सेवा केन्द्रों से भी जोड़ने को कहा।
प्राधिकरण की नियमालियों को अंतिम रूप देने के लिये अपर सचिव नियोजन, कार्मिक, वित्त, वन, राजस्व, ऊर्जा के साथ ही मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग की समिति बनयी जाए, जो इसका एक माह मे परीक्षण कर अपनी आख्या प्रस्तुत करेंगे। भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष कीर्ति सिंह नेगी ने प्राधिकरण की गतिविधियों की जानकारी दी।
बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह पंवार, विधायक विक्रम सिंह नेगी, मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह, प्रमुख सचिव डा.उमाकांत पंवार, सचिव आनन्द वर्धन, जिलाधिकारी उत्तरकाशी दीपेन्द्र चैधरी, सलाहकार एस.एस.पांगति, अपर सचिव डा.रणजीत सिन्हा, सीईओ डी.एस.खाती सहित विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारी आदि उपस्थित थे।