देहरादून: उत्तराखण्ड राज्य से बन्दरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए मा वन मंत्री दिनेश अग्रवाल द्वारा वन विभाग के अधिकारियों के साथ अपने कैम्प कार्यालय आवास में बैठक की।
बैठक में उन्होने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि माह नवम्बर- दिसम्बर 2016 तक उत्तराखण्ड प्रदेश को बन्दरों के आतंक से मुक्त कराना है, जिसके लिए उन्होने बन्दरों को पकड़ने के निर्देश देते हुए अन्य सीमावर्ती राज्यों में छोड़ने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में बन्दरों का काफी आंतक है तथा फसलों किसानों की फसलों को भारी नुकशान पंहुचा रहे हैं जिस कारण पर्वतीय क्षेत्रों से लोग पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों से बन्दरों को पकड़कर बन्दर वाडे़ में तथा अन्य सीमावर्ती राज्यों में छोड़ने के निर्देश दिये।
वन विभाग के अधिकारियों द्वारा मा मंत्री को अवगत कराया गया है कि इस मद में धनराशि न होने के कारण बन्दरों को पकड़ने में दिक्कत हो रही है जिसके लिए शासन स्तर से धनराशि उपलब्ध कराई जानी है। इस पर मा मंत्री द्वारा मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन को दूरभाष पर धनराशि उपलब्ध कराने के लिए अवगत कराया गया, जिस पर मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन द्वारा सोमवार तक धनराशि आंवटित करने की बात कही। उन्होने इको टूरिज्म को बढावा देने के लिए जो गेस्ट हाउस जीर्ण-श्रीर्ण अवस्था में है उन्हे ठीक करते हुए उन्हे आनलाईन करने के निर्देश दिये तथा एक वेबसाईट तैयार करने के भी निर्देश दिये। उन्होने वन क्षेत्रों में गश्त करने के निर्देश दिये इसके लिए उन्होने गश्ती टीमों जी.पी.एस सिस्टम के द्वारा लोकेशन ली जायेगी टीमों को गश्त के दौरान प्रत्येक आधा किलोमीटर पर फोटोग्राफी करवाने के सम्बन्धित डी.एफ.ओ को निर्देश दिये। मानव जीव संघर्ष की समीक्षा करते हुए कहा कि सुअरों एवं हाथियों द्वारा किसानों की फसलों को काफी नुकशान पंहुचाया जा रहा है इस ठोस कार्य योजना तैयार करते हुए सुरक्षा दीवार बनाने के निर्देश दिये। प्रमुख वन संरक्षक राजेन्द्र महाजन द्वारा मा मंत्री को अवगत कराया गया है कि किसानों की फसलों को जो जंगली जानवरों द्वारा नष्ट की गयी मार्च 2016 तक सभी का भुगतान किया जा चुका है।
बैठक में अपर सचिव वन मीनाक्षी जोशी, प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) डी.वी.एस खाती, अपर प्रमुख वन संरक्षक गढवाल पोड़ी गम्भीर सिंह, प्रभागीय वनाधिाकारी देहरादून सम्बित पात्रो सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।