लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव श्री अरूण कुमार सिन्हा ने आज बलरामपुर चिकित्सालय का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल में पाई कमियों को गम्भीरता से लेते हुए सम्बन्धित अधिकारियों/चिकित्सकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं।
प्रमुख सचिव ने निरीक्षण के दौरान इमर्जेन्सी वार्ड के सभी तलों पर स्थित शौचालय, स्नान घर एवं कमरों में गन्दगी पायी जिसको तत्काल साफ कराने के निर्देश दिये। केन्द्रीय औषधि भण्डार गृह के निरीक्षण के दौरान पाया कि मेडिसिन के लिए बजट की दूसरी किस्त महानिदेशक स्वास्थ्य द्वारा जारी नही की गयी जिसे तत्काल जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने सुपर स्पेशलिटी भवन में स्थति न्यूरो सर्जरी वार्ड में मच्छर व कीडे पाये। जिसके लिये उन्होंने पेस्ट कंट्रोल के निर्देश दिये।
श्री सिन्हा ने न्यू प्राईवेट भवन में स्थित सभी वार्डों के निरीक्षण के दौरान शौचालय तथा कार्डियों आई0सी0यू0 वार्ड में मानीटर नहीं पाया। उन्होंने गन्दगी को साफ कराने तथा एक सेन्ट्रल मानीटर लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने डेंगू वार्ड एवं बर्न वार्ड में स्थिति सन्तोषजनक पायी। उन्होंने अस्पताल परिसर में गाड़ी पार्किंग की व्यवस्था को व्यवस्थित करने के निर्देश दिये।
प्रमुख सचिव ने न्यू ओ0पी0डी0 भवन में एक और फायर एक्ज़िट बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह उनका पहला निरीक्षण है उन्हें जो कमियां मिली हैं उसे सुधारा जाये। उन्होंने कहा कि पुनः निरीक्षण करेंगे तब अगर कोई कमी पायी जायेगी तो सम्बन्धितों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। निरीक्षण के दौरान बलरामपुर चिकित्सालय के डा0 यू0 सिद्दीकी मौजूद रहे।
प्रमुख सचिव ने बताया कि विशेष सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री अजीत कुमार द्वारा लोक बन्धु राजनरायन संयुक्त चिकित्सालय, विशेष सचिव श्री अवधेश कुमार पाण्डेय द्वारा वीरांगना झलकारी बाई महिला चिकिल्सालय हजरतगंज, सचिव मेडिकल सुश्री वी0 हेकाली झिमोमी द्वारा श्याम प्रसाद मुखर्जी अस्पताल (सिविल), विशेष सचिव श्री नीरज शुक्ला द्वारा महिला चिकित्सालय वीरांगना अवन्तीबाई, विशेष सचिव श्री वी0एन0 सिंह द्वारा बी0आर0डी0 अस्पताल, एम0डी0 एन0आर0एच0एम0 श्री अशोक कुमार द्वारा डा0 राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया है, जिनमें निरीक्षण के दौरान पायी गई कमियों को शीघ्र ही ठीक कराने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों एवं चिकित्सकों को दिये गये हैं।