लखनऊः शासन द्वारा प्रदेश में राज्य स्तरीय पुलिस इमरजेंसी प्रबन्धन प्रणाली (पीईएलएस) डायल-100 परियोजना की शुरूआत आगामी 20 अक्टूबर से प्रथम चरण में प्रदेश के 10 जिलों सेे किये जाने की योजना बनाई गई है। यह प्रस्तावित जिले क्रमशः आगरा, इलाहाबाद, बरेली, मुरादाबाद, गोरखपुर, कानपुर नगर, झांसी, लखनऊ, वाराणसी व मेरठ हैं। चरणबद्ध रूप से एक माह के भीतर इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया जायेगा।
आज कमाण्ड सेंटर एनेक्सी में आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस योजना में लगे कर्मियों के प्रशिक्षण, क्षेत्र के तैयार कराये गये डिजिटल जीआइएस मैप, पेट्रोलिंग व्यवस्था, वाहन चालको के प्रशिक्षण आदि बिंदुओं पर की जा रही व्यवस्था के संबंध में विस्तार से विचार विमर्श किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम हर जिले में 26 सितम्बर से शुरू किये जाने की योजना बनायी गयी है। महिन्द्रा डिफेंस सिस्टम लिमिटेड के कर्मियों के अलावा पुलिस विभाग के प्रशिक्षण प्राप्त कर्मी भी इसके लिये ट्रेनर के रूप में कार्य करेंगे। जिले के सभी पुलिस प्रभारियों से कहा गया है कि वह व्यक्तिगत रूचि लेकर सम्पूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम को सुचारू रूप से सम्पन्न करायें।
पेट्रोलिंग वाहनो पर तैनात कर्मियों के लिये यह प्रशिक्षण 18 दिन का होगा। नागरिग पुुलिस के अतिरिक्त जिले से अग्निशमन सेवा व पुलिस रेडियो प्रणाली के चार-चार कर्मियों का भी प्रशिक्षण कराया जायेगा। हर जिले में एक अपर पुलिस अधीक्षक को इस योजना के क्रियान्वयन के लिये नोडल अधिकारी के रूप में नामित किये जाने के निर्देश दिये गये है। इसके अलावा पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी को सम्पूर्ण प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित रहकर व्यवस्था के सुचारू संचालन की जिम्मेदारी सौंपने के भी निर्देश दिये गये है।
प्रमुख सचिव, गृह श्री देबाशीष पण्डा ने बताया कि इस योजना की सफलता के लिये जरूरी प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी हैं, जो इसकी सफलता के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के क्रियान्वयन के लिये विस्तार से एसओपी तैयार की गयी है। यह व्यवस्था पुलिसिंग की वर्तमान व्यवस्था में अतिरिक्त मदद के रूप में कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि डायल-100 की गाड़ियां प्रथम रिस्पोंडर के रूप मंे कार्य करेंगी और आवश्यकतानुसार अतिरिक्त पुलिस बल की भी व्यवस्था अपने नियंत्रण कक्ष के माध्यम से कराने में सक्षम होंगी।
सलाहकार श्री वेंकट चंगावल्ली ने कहा कि इस व्यवस्था से न केवल आकस्मिकता की स्थिति से कुशलतापूर्वक निपटना सम्भव हो सकेगा अपितु जिले के पेट्रोलिंग कार्य में भी इन वाहनो की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रणाली पूरे देश में अपने आप में अनूठी होगी और उत्तर प्रदेश देश का एकमात्र ऐसा पहला प्रदेश होगा जहां से इसकी शुरूआत होगी।
पुलिस महानिदेशक, श्री एस0 जावीद अहमद ने कहा कि यूपी 100 के वाहनों द्वारा सामान्य स्थिति में स्थानीय जनपद पुलिस की आवश्यकता के अनुसार पेट्रोलिंग की जायेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी आकस्मिक स्थिति मंे सूचना प्राप्त होने पर यह वाहन अपने पेट्रोलिंग मार्गो से आकस्मिकता के स्थान पर पहुंचकर आकस्मिक सहायता प्रदान करेंगे तथा मानक प्रक्रिया के अनुसार कार्यवाही करने के उपरांत अपने समय के अनुसार पेट्रोलिंग मार्ग अनुगमन करेंगे।
वीडियो कांफें्रसिग में सलाहकार श्री वेंकट चंगावल्ली, प्रमुख सचिव, गृह श्री देबाशीष पण्डा, पुलिस महानिदेशक, श्री एस0 जावीद अहमद, गृह सचिव, श्री कमल सक्सेना, अपर पुलिस महानिदेशक, यातायात श्री अनिल अग्रवाल, अपर पुलिस महानिदेशक, कानून व्यवस्था श्री दलजीत सिंह चैधरी, पुलिस महानिरीक्षक, स्थापना श्री वितुल कुमार, पुलिस महानिरीक्षक, जीआरपी श्री भगवान स्वरूप, निदेशक अग्निशमन सेवा श्री पी0के0 राव आदि ने भाग लिया। इसके अलावा फील्ड स्तर पर जोनल आईजी, रेंज डीआईजी एवं जनपदीय पुलिस प्रभारियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में हिस्सा लिया।
