देहरादून: राज्य स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता जूनियर वर्ग के बालक एवं बालिका वर्ग के प्रतियोगिता का शुभारम्भ प्रदेश के खेल मंत्री दिनेश अग्रवाल द्वारा खेल स्टेडियम रायपुर में किया गया जिसमें प्रदेष के सभी जनपदों के बालक एवं बालिकाओं द्वारा प्रगतिभाग किया गया। इस अवसर पर खेल मंत्री द्वारा प्रतिभागिओं को शुभ कामनायें देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार खेलों के लिए होनहार बच्चों को प्रोत्साहित कर रही है। तथा खेलों के लिए कई योजनायें संचालित कर रही है।
मा. मंत्री द्वारा खेल विभाग द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यो की समीक्षा बैठक खेल निदेशालय के सभा कक्ष में आयोजित की गई जिसमें सचिव खेल एवं कार्यदायी संस्था निर्माण निगम के अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यदायी संस्था द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए मा. खेल मंत्री ने पाया कि उनके द्वारा जो निर्माण कार्य कराये जा रहे है वह कार्य धीमी गति से हो रहे है जिस पर उन्होने गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए निर्माण निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि देहरादून एवं हल्द्वानी में बनाये जा रहे अन्र्तराष्ट्री क्रिकेट स्टेडियम का कार्य माह अक्टूबर 2016 तक किसी भी दशा में कार्य पूर्ण कराने के निर्देश ताकि दोनो स्टेडियम को लोकार्पण राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर माह नवम्बर 2016 में किया जा सके। मा. मंत्री द्वारा यह भी निर्देश दिये गये कि मसूरी स्थित भिलाडू में स्टेडियम निर्माण कार्य, पौडी में रांसी स्टेडियम का विस्तारिकरण, पिथौरागढ में खेल स्टेडियम का उच्चीकरण व ग्राम लेलू में स्पेटर्स कालेज का निर्माण कार्य तथा मुनस्यारी में प. नैन सिह सर्वेयर पर्वतरोहण संस्थान की स्थापना का कार्य तथा अन्य क्षेत्रों में कराये जा रहे कार्यो को भी तेजी से करने के निर्देश दिये।
खेल मंत्री द्वारा प्रेसवार्ता में पत्रकारों में जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों के हित में खेल नीति-2014 अन्तर्ग वर्ष 2018 में राष्ट्रीय खेलों के आयोजन का निर्णय, जिसमें प्रदेश के खिलाड़ियों को विभिन्न सरकारी विभागों में आउट आॅफ टर्न नियुक्ति एवं पदोन्नति दी जाने की स्वीकृति। इसके साथ-साथ सभी प्रकार की भर्तियों में वेटेज की व्यवस्था। उन्होने अवगत कराया कि हमारी सरकार के गठन के समय वित्तीय वर्ष 2011-12 में खेल विभाग का कुल बजट लगभग 10.00 करोड़ था, जिसे हमने प्रतिवर्ष बढ़ाते हुए वित्तीय वर्ष 2012-13 में 40.00 करोड़, वित्तीय वर्ष 2013-14 में 99.00 करोड़, वित्तीय वर्ष 2014-15 में 129.00 करोड़, वित्तीय वर्ष 2015-16 में 185.00 करोड़ एवं वित्तीय वर्ष 2016-17 में 250.00 करोड़ कर दिया गया है। खिलाड़ियों को पदक जीतने के उपरान्त नकद पुरस्कार स्वरूप दी जाने वाली धनराशि एवं श्रेणियों में भारी बढ़ोत्तरी। गत 02 वर्षों में लगभग 5.00 करोड़ की धनराशि खिलाड़ियों को प्रोत्साहन स्वरूप उपलब्ध करायी गयी। उन्होने कहा कि भूतपूर्व खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता/पेंशन की व्यवस्था। देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न, देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य, लाईफटाईम अचीवमेंट अवार्ड एवं राज्य खेल पुरस्कारों का शुभारम्भ किया गया। निजी क्षेत्र के सहयोग से खेल अवस्थापना सुविधाएं विकसित करने हेतु नियमावली का प्रख्यापन। निजी क्षेत्र को खेल अवस्थापना सुविधाएं विकसित करने के लिए 50.00 लाख की धनराशि अनुदान स्वरूप दी जाने की व्यवस्था। जनपद देहरादून के हृदय स्थल परेड ग्राउण्ड एवं पवेलियन ग्राउण्ड को स्पोट्र्स हब के रूप में विकसित किया गया तथा लाॅन टेनिस, बास्केटबाॅल, वाॅलीबाॅल, फुटबाॅल, एथलेटिक्स, स्वीमिंग आदि खेल विधाओं की अवस्थापना सुविधाएं सृजित की गयी। राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के आयोजन के उद्देश्य से परेड ग्राउण्ड में 15.00 करोड़ की धनराशि से बहुउद्देशीय क्रीड़ा हाॅल के निर्माण का निर्णय लिया गया है। देहरादून में 240.00 करोड़ की लागत के अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम/स्पोट्र्स काॅम्प्लैक्स एवं हल्द्वानी (नैनीताल) में 192.00 करोड़ की लागत के अन्तर्राष्ट्रीय खेल काॅम्प्लैक्स के निर्माण की स्वीकृति। अबतक उक्त स्टेडियमों के निर्माण हेतु क्रमशः 190.00 करोड़ एवं 120.00 लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी। 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन हेतु जनपद पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल (हल्द्वानी), हरिद्वार, देहरादून में विभिन्न अवस्थापना सुविधाओं के सृजन हेतु ₹ 1080.71 लाख की स्वीकृति प्रदान की गयी। रांसी स्टेडियम, पौड़ी के जीर्णाेंद्धार हेतु पूर्ण धनराशि 499.42 लाख स्वीकृति। जनपद देहरादून के अन्तर्गत मसूरी स्थित भिलाडू में स्टेडियम के निर्माण कार्य प्रारम्भ, जिस हेतु वित्तीय वर्ष 2016-17 में प्रथम किस्त के रूप में 33.33 लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी। उन्होने यह भी अवगत कराया कि पिथौरागढ़ में स्पोट्र्स काॅलेज का वर्तमान वर्ष से संचालन प्रारम्भ। मुनस्यारी में पं0 नैन सिंह सर्वेयर पर्वतारोहण प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना हेतु 20.00 करोड़ की धनराशि की स्वीकृति तथा अस्थायी रूप से टैन्ट काॅलोनी का निर्माण कर तीन एडवेन्चर कोर्स का सफलतापूर्वक संचालन किया गया। रियो डी जेनेरियो में आयोजित ओलम्पिक खेल-2016 में उत्तराखण्ड राज्य का प्रतिनिधित्व करने पर उत्तराखण्ड राज्य के खिलाड़ियों को 5.00 – 5.00 लाख की धनराशि प्रदान किये जाने का निर्णय। खेल विभाग के अन्तर्गत स्पोट्र्स काॅलेज एवं स्पोट्र्स हाॅस्टल में अध्ययनरत् खिलाड़ियों की भोजन भत्ते की दरों को 80.00 से बढ़ाकर 150.00 एवं पुनः 150.00 से बढ़ाकर 175.00 किये जाने का निर्णय। विकलांग एवं वेटरन खिलाड़ियों को भी अन्य खिलाड़ियों की भांति राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पदक जीतने पर नकद पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय। महाराणा प्रताप स्पोट्र्स काॅलेज, देहरादून में एथलेटिक्स सिंथैटिक टैªक, हाॅकी टर्फ, बहुउद्देशीय क्रीड़ा हाॅल, बाॅक्सिंग रिंग, एथलेटिक्स ग्राउण्ड में पवेलियन का निर्माण, हाॅकी, फुटबाॅल एवं क्रिकेट ग्राउण्ड में पवेलियन का निर्माण आदि खेल अवस्थापना सुविधाएं सृजित कर स्पोट्र्स काॅलेज, देहरादून को सेंटर आॅफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया गया है। हल्द्वानी, नैनीताल में पुराने स्टेडियम के स्थान पर नये स्पोट्र्स काॅम्प्लैक्स के निर्माण हेतु 15.00 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गयी। खेल विभाग के अन्तर्गत विभिन्न स्तरों पर कार्याें के संचालन हेतु 129 अतिरिक्त पदों का सृजन किया गया, जिसके अन्तर्गत 47 नये स्थायी प्रशिक्षकों की नियुक्ति हेतु भी पद सृजित किये गये। स्पोट्र्स काॅलेज, पिथौरागढ़ एवं पं0 नैन सिंह सर्वेयर पर्वतारोहण प्रशिक्षण केन्द्र के संचालन हेतु भी क्रमशः 10 एवं 17 नये पदों का सृजन किया गया। पूर्व से निर्मित विभिन्न स्टेडियमों एवं बहुउद्देशीय क्रीड़ा हाॅलों के अनुरक्षण हेतु भी धनराशि स्वीकृत की गयी। खेल विभाग की विभिन्न योजनाओं के संचालन हेतु जिला योजना के अन्तर्गत भी योजनाओं की स्वीकृति प्रदान कर धनराशि स्वीकृत की गयी। सभी 13 जनपदों में खेल छात्रावासों के संचालन की स्वीकृति प्रदान करते हुए वर्तमान वित्तीय वर्ष में संचालन प्रारम्भ किया गया। नवसृर्जित खेल छात्रावासों में आधे खेल छात्रावास बालिकाओं के लिए संचालित किये गये। हल्द्वानी में बालिकाओं हेतु स्पोट्र्स काॅलेज खोले जाने की सैंद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान की गयी। उन्होने यह भी अवगत कराया कि खेल विभाग द्वारा गत 05 वर्षों में आयोजित की गयी 1600 जिला/राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में 129000 बालक/बालिका खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इसी प्रकार 931 जिला/राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से 32000 बालक/बालिका खिलाड़ियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। खेल विभाग द्वारा गत 05 वर्षों में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों एवं आॅफिशियल्स को लगभग 10000 खेलकिट (टैªकसूट, शूज, मोजे एवं खेल डैªस) प्रदान किये गये। खेल विभाग द्वारा गत 05 वर्षों में 140 प्रदेशीय क्रीड़ा संघों, क्लबों एवं खिलाड़ियों को प्रतियोगिता के आयोजन एवं खेलकूद उपस्कर क्रय हेतु अनुदान स्वरूप 130.00 लाख की धनराशि प्रदान की गयी।
इस अवसर पर सचिव खेल शैलेश बगोली, संयुक्त निदेश खेल प्रशान्त आर्य, उप निदेशक खेल अजय कुमार अग्रवाल, धर्मेन्द्र भट्ट, मुख्य संचानल अधिकारी राजीव गांधी अन्र्तराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, प्रषासनिक अधिकारी एम.सी. शर्मा सहित निर्माण निगम के अधिकारी मौजूद थे।