लखनऊ: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उ0प्र0 के मिशन निदेशक श्री आलोक कुमार ने कहा है कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को अपनी प्रमुख प्राथमिकताओं में रखा है। सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के हर नागरिक को आवश्यकतानुसार बेहतर से बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं सुलभ हों। इसके लिए हर स्तर पर चिकित्सा व्यवस्था को प्रभावी और सुदृढ़ किया गया है। सरकार का यह भी प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को उनके क्षेत्र अथवा आस-पास के शहरों/नगरों में अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि सरकार की यह प्राथमिकता है कि स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचे, इसके लिए सी0एम0ओ0 को अपनी जिम्मेदारियाँ और प्रभावी रूप से निभानी होंगी।
मिशन निदेशक आज यहां एस0जी0पी0जी0आई0 के सभागार में हेल्थ केयर एक्जीक्यूटिव मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम के अन्तर्गत मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ कर रहे थे। इस अवसर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों का आह्वान किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में चिकित्सकीय व्यवस्था का प्रबंधन इस प्रकार करें, जिससे रोगियों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें और उन्हें इधर-उधर इलाज के लिए भटकना न पड़े। उन्होंने कहा कि 30 सितम्बर तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को उनके सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास को वर्तमान परिवेश में तैयार करना है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जहां सी0एम0ओ0 विभिन्न प्रबंधन तथा व्यक्तित्व विकास के विभिन्न पहलुओं के बारे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों से नवीनतम् जानकारी हासिल करेंगे, वहीं उनका यह भी दायित्व है कि वे अपने-अपने जनपदों में अधीनस्थों को भी स्वास्थ्य सेवाआंे के प्रबंधन में दक्ष करें। उन्होंने कहा कि सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं तथा कार्यक्रमों की जानकारी जब तक स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को नहीं होगी, तब तक उसका सुचारू रूप से क्रियान्वयन संभव नहीं है। सी0एम0ओ0 को अपने दायित्वों का निर्वहन इस प्रकार करना होगा, जो अधीनस्थों के लिए आदर्श बन सकें।
श्री आलोक कुमार ने कहा कि सी0एम0ओ0 को स्वास्थ्य सेवाओं का ऐसे प्रबंधन करना चाहिए, ताकि निचले स्तर के कर्मी भी उनसे परिचित हो सकें और वे अस्पताल में आने वाले मरीजों और तीमारदारों को बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकें। इसके साथ ही सरकार की स्वास्थ्य संबंधी प्राथमिकताएं आम जनता तक पहुंचाने में भी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की अहम भूमिका होती है।
श्री आलोक कुमार ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों के 20 मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 20-20 के बैच बनाकर सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को स्वास्थ्य प्रबंधन विकास कार्यक्रम में दक्ष किया जाएगा। ये मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रशिक्षणोंपरान्त अपनी कार्य संस्कृति और प्रबंधन क्षमता का भरपूर उपयोग अपने क्षेत्र में करेंगे तथा स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधाएं आमजन को सहज रूप में प्रदान करने में महती भूमिका निभाएंगे। उन्होेंने कहा कि देश के ख्याति प्राप्त चिकित्सालयों के चिकित्सा विशेषज्ञ, विभिन्न प्रबंधन संस्थानों के विशेषज्ञ, वित्तीय प्रबंधन विशेषज्ञ, आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी वर्तमान परिवेश के तहत आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि निश्चित ही ऐसे ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों के अनुभवों का लाभ जहां मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को मिलेगा, वहीं वे उसका उपयोग क्षेत्र में अस्पतालों को उत्कृष्ट बनाने और मरीजों को अच्छी सेवाएं देेने में कर सकेंगे।
पूर्व आई0ए0एस0 अधिकारी श्री आर0के0मित्तल ने अपने सम्बोधन में कहा कि समाज में शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं का बड़ा महत्व है। जब तक ये दोनो क्षेत्र बेहतर नहीं होंगे तब तक देश के विकास को गति मिलनी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में अब अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने व्यवहार और मानसिकता में सकारात्मक सोच को विकसित करना होगा तथा मरीजों के साथ आत्मीयता से पेश आने की जरूरत है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि समस्याएं आपके पास नहीं आनी चाहिए, बल्कि आप समस्याओं के पास स्वयं जाकर उनका निस्तारण प्राथमिकता से सुनिश्चित करें। कभी-कभी ऐसी परिस्थितियां भी आती हैं कि इच्छा के विरूद्ध के काम करने को मजबूर होना पड़ता है, लेकिन इस परिस्थिति को भी बेहतर ढंग से हल करने में अपार आनन्द की अनुभूमि होती है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है, आवश्यकता है कि उनका सही ढंग से इस्तेमाल किया जाए।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में एन0एच0एम0 के महाप्रबंधक प्रशिक्षण, डा0 अनिल मिश्रा, एस0जी0पी0जी0आई0 के वरिष्ठ चिकित्सक डा0 आर0 हर्षवर्धन, प्रो0 राजेन्द्र सक्सेना, निदेशक प्रो0 राकेश कपूर, प्रो0 हेमचन्द्रा, लाल बहादुर शास्त्री प्रबंधन संस्थान के निदेशक, डा0 त्रिपति बरथवाल, एम्स के प्रोफेसर डा0 सिद्धार्थ सतपथी सहित अन्य चिकित्सा एवं प्रबंध संस्थानों के विशेषज्ञों ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रशिक्षण के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।