लखनऊ: उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) तथा पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आज यहाँ होटल फेयर फील्ड मैरियट, विभूति खण्ड, गोमतीनगर में शीतगृहों में ऊर्जा संरक्षण तकनीक विषयक एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाल के मुख्य अतिथि सचिव, अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत श्री पार्थसारथी सेेन शर्मा ने कहा कि शीतगृहों में ऊर्जा संरक्षण के लिए आधुनिक तकनीक उपयोग करना लाभदायक होगा तथा बिजली की समस्या से भी निजात मिल सके।
श्री शर्मा ने कहा कि शुरूआत में ऊर्जा संरक्षण तकनीक को अपनाने में कुछ दिक्कतें हो सकती है जिसे सभी संस्थायें मिलकर तथा एक व्यापक रणनीति बनाकर इसे दूर कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि शीतगृह संचालक द्वारा ऊर्जा संरक्षण तकनीक को अपनाने से बिजली दर में कमी आयेगी तथा इससे किसानों को भी अपने उत्पादों की बेहतर कीमत मिल सकेगी। यूपीनेडा की निदेशक सुश्री संगीता सिंह कहा कि शीतगृहों में वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत को बढ़ावा दिया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कोल्ड स्टोरेज में ऊर्जा संरक्षण तकनीक को अपनाना बेहद लाभदायक होगा। उन्होंने बताया कि शीतगृहों में वेपर एब्जार्वेशन रेफ्रिजरेशन सिस्टम भी काफी उपयोगी है। उन्होंने कहा कि पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों को अपनाकर विद्युत पर निर्भता को कम किया जा सकता है।
कार्यशाला में ब्यूरो आॅफ एनर्जी एफिशियन्सी के श्री तरूण दीक्षित ने लघु एवं मध्यम उद्योगों में ऊर्जा संरक्षण को अपनाने की नीति एवं योजनाओं के बारे में जानकारी दी। पी.सी.आर.ए. के उपनिदेशक श्री संदीप वर्मा ने शीतगृहों में ऊर्जा की बचत के विभिन्न उपायों के बारे में बताया। उद्यान विभाग के उपनिदेशक श्री ओ.पी. श्रीवास्तव ने शीतगृहों की स्थापना एवं आधुनिकीकरण के लिए उद्यान विभाग द्वारा दी जा रही प्रोत्साहन राशि के बारे में जानकारी दी। इटावा के श्री अशोक गर्ग ने प्रदेश में सर्वप्रथम कोल्ड स्टोरेज में सोलर पावर प्लाण्ट के उपयोग करने के बारे में बताया कि 2015 में स्थापित इस प्लाण्ट से अब तक उसे 1.90 लाख यूनिट विद्युत की बचत हो चुकी है।
कार्यशाल में ही थार्मैक्स लि0 के श्री मनु गोरांग द्वारा अक्षय ऊर्जा पर आधारित हाईब्रिड रेफ्रिजरेशन सिस्टम व वेपर एब्जार्वेशन रेफ्रिजरेशन सिस्टम के बारे में बताया। इसी प्रकार स्टेटकाॅन एनर्जिया के श्री मनोज पाण्डेय द्वारा कोल्ड स्टोरेज में सोलर फोटो वोल्टाइक सिस्टम की स्थापना के बारे में जानकारी दी। भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के श्री विनय कुमार ने बताया कि बैंक द्वारा अक्षय ऊर्जा तथा ऊर्जा दक्ष तकनीक के उपयोग तथा कोल्ड स्टोरेज के आधुनिकीकरण के लिए लोन दिया जा रहा है।
कार्यशाला में यूपीनेडा एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ शीतगृह संचालक तथा ऊर्जा संरक्षण तकनीक के विशेषज्ञ उपस्थित थे।