नई दिल्ली: केन्द्रीय ऊर्जा, कोयला, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा एवं खान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारतीय उद्यमिता को वैश्विक विद्युत उद्योग में बढ़ावा दिये जाने की जरूरत है। लाइट इंडिया एक्जीबिशन- 2016 में बोलते हुए श्री गोयल ने कहा “हम पूरे विश्व से तकनीक का स्वागत करते हैं, लेकिन अंत में हम भारतीय हाथों को मजबूत करना चाहेंगे। अगर हम दूसरे देशों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं तो मैं इस क्षेत्र मे आयात वृद्धि पर प्रसन्न हूं, लेकिन अगर दूसरे देश भारत को खराब माल देने का केन्द्र मान रहे हैं तो निश्चय ही हम इसका स्वागत नहीं करेंगे”।
प्रदर्शनी में सौर स्ट्रीट लाइट जैसी नवीन पद्धतियों की तारीफ करते हुए श्री गोयल ने कहा “मैं विशेष कर ग्रामीण क्षेत्रों में” कम से कम 10 या 15 मीलियन सौर स्ट्रीट लाइट लगाने के बारे में सोच सकता हूं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि लागत, बेटरी लाइफ, नवीनतम तकनीक, प्रक्रिया निगरानी इत्यादि के बारे में अभी बहुत किया जाना बाकी है। अर्थव्यवस्था की उथल-पुथल का हवाला देते हुए उन्होंने ऊर्जा उद्योग क्षेत्र से अपने मूल्य ढांचे को नई दिशा देने के लिए भी कहा। उन्होंने ऊर्जा उद्योग से इस बात का भी आह्वान किया कि वह एलईडी स्ट्रीट कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें। भारतीय मानक ब्यूरो के बारे में बोलते हुए श्री गोयल ने कहा कि आयातित विद्युत उपकरणों के मामले में मानको की बेहतर तरीके से निगरानी होनी चाहिए।