नई दिल्ली: भारत की ईस्ट नीति और मित्र देशों तक पहुंच के अनुपालन में भारतीय नौसेना का अपतटीय पेट्रोल पोत सुमित्रा, दक्षिण-पश्चिमी प्रशांत महासागर में अपनी तैनाती के हिस्से के रूप में 10 से 12 अक्तूबर तक अपनी दो दिवसीय यात्रा पर सुरबाया, इंडोनेशिया पहुंचा।
सुरक्षा में सहयोग बढ़ाना है। बंदरगाह में इसके प्रवास के दौरान दोनों नौ सेनाओं के मध्य सहयोग और आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाई गई है। इनमें आधिकारिक बातचीत, इंडोनेशियाई की सरकार और इंडोनेशियाई नौ सेना के गणमान्य व्यक्तियों के साथ विचार-विमर्श करना शामिल है। इसके अलावा दोनों नौ सेनाओं के कर्मियों के मध्य नौ सेना के कर्मियों और पेशेवरों के मध्य बातचीत भी आयोजित की जाएगी। अपने प्रस्थान के दौरान यह जहाज इंडोनेशियाई के नौ सेनिकों जहाजों के साथ पैसेज अभ्यास में भी भाग लेगा।
भारत और इंडोनेशिया में व्यापक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और समुद्री संबंध हैं। प्रशिक्षण आदान-प्रदान, बंदरगाह कॉल, पैसेक्स, वर्ष में दो बार समन्वित पेट्रोल (कोरपेट) और अभी हाल ही में शुरू हुए वार्षिक द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास के माध्यम से नियमित समुद्रीय संपर्क ने ऐतिहासिक समुद्री संबंधों को मजबूत बनाया है। सुमित्रा जहाज की सुराबाया यात्रा से दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे और इस क्षेत्र में कुल मिलाकर समुद्री सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान प्राप्त होगा।
सुमित्रा, सरयू श्रेणी के जहाजों का चौथा जहाज है जो स्वदेशी डिजाइन पर आधारित है और इसका निर्माण मैसर्स गोवा शिपयार्ड लिमिटेड, भारत में किया गया है। 2014 में जलावतण के बाद से इस जहाज को कई प्रकार के परिचालन कार्यों के लिए तैनात किया गया है, जिनमें सबसे उल्लेखनीय ‘ऑपरेशन राहत’ रहा है, जिसमें वर्ष 2015 के दौरान युद्धग्रस्त यमन से विभिन्न देशों के कर्मियों की सुरक्षित निकासी करना रहा है। इस जहाज की रेंज 6,500 समुद्री मील की है और यह एक ध्रुव और चेतक हेलीकाप्टर ले जाने में सक्षम है। इस जहाज की कमान कमांडर के पी श्रीशान के नेतृत्व में है।