देहरादून: प्रदेश के स्वास्थ्य, परिवार कल्याण मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में विधान सभा सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा संभावित स्वाइन फ्लू(एच1एन1) रोग के नियंत्रण के लिए निर्देश दिए गये, जिसके क्रम में सभी जनपदों में जिला सर्विलेन्स अधिकारी आई0डी0एस0पी0, एच1एन1 के नोडल अधिकारी होंगे। उन्होंने सभी जनपदीय रेपिड रिस्पान्स टीमों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए तथा प्रत्येक दिन सर्विलेन्स रिपोर्ट मुख्यालय उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वाइन फ्लू के मरीजों हेतु जिला चिकित्सालय तथा बेस चिकित्सालय में आईसोलेशन वार्ड बनवाने के निर्देश दिए तथा इन आईसोलेशन वार्ड के नोडल अधिकारी चिकित्सालय के फिजीशियन को नामित करने के निर्देश दिए। चिकित्सा मंत्री ने स्वाइन फ्लू औषधि टेमीफ्लू(ओसल्टेमाविर) पर्याप्त मात्रा में जिला चिकित्सालय तथा बेस चिकित्सालय में रखने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सालयों में पर्याप्त मात्रा में आयुर्वेदिक दवाई कालमेद्य की भी उपलब्धता के निर्देश दिए एवं किसी भी क्षेत्र में स्वाइन फ्लू की सूचना से अवगत कराने के लिए टोल फ्री नंबर- 18001801200 में संपर्क करने की अपील आम जनता से की। उन्होंने कहा कि माह अक्टूबर से फरवरी अंत तक स्वाइन फ्लू की सम्भावना को देखते पूर्व से यह तैयारी कर ली जाए। उन्होंने डेंगू की अद्यतन रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को नगर निकायों की सफाई व्यवस्था की निरन्तर मोनिटरिंग करते रहने के निर्देश दिए।
उन्होंने स्वास्थ्य योजना का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाने के लिए योजनाओं से संबंधित जानकारी के बोर्ड डाकघरों, ब्लॉक, तहसील तथा जिला मुख्यालयों में लगाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री द्वारा आर्थो से जुड़े उपकरणों यथा प्लेट्स, निडल्स, रॉड के क्रय के दर अनुबन्ध विषयक अल्पकालीन निविदा शीघ्र प्रकाशित करने के निर्देश दिए। उन्होंने एम0एस0वी0वाई0 योजना में पात्र लाभार्थियों के कार्ड संबंधित फर्म से शीघ्र तैयार कर वितरण कराने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान मंत्री जी को अवगत कराया गया कि 01 अगस्त से योजना में 5 हजार 1 सौ 26 लाभार्थियों को लाभ दिलाया जा चुका है, जिसपर 4 करोड़ 21 लाख का व्यय आया है ।
02 अक्टूबर से संचालित विशेषज्ञ चिकित्सा शिविरों की समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री द्वारा चिकित्सालयों में खड़े सचल चिकित्सा वाहनों को भी शिविरों से जोड़ने के निर्देश दिए । उन्होंने गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय के संबंध में अद्यतन जानकारी प्राप्त की। स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया गया कि अस्पताल में मेडिसिन सेवाएं भी दी जा रही है। समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया, कि वर्तमान में ओ0पी0डी0 में प्रतिदिन लगभग 100 ऑखों के रोगियों को देखा जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा हरिद्वार मेला अस्पताल को जिला अस्पताल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल को हृदय रोग अस्पताल के लिए स्वीकृत 1 करोड़ रूपए की धनराशि के उपयोग न किए जाने को गंभीरता से लेते हुए दूरभाष पर चेतावनी दी।
उन्होंने प्रदेश के चिकित्सालयों के आवासीय भवनों के निर्माण हेतु वांछित धनराशि पर भी तेजी से कार्रवाई के निर्देश दिये तथा जनपद पौड़ी के सुदूर क्षेत्र चैड चैबाडा, तोलूडांडा एवं नैल में ए0एन0एम0 सेंटर की स्थापना का प्रस्ताव शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा 108 आपात कालीन सेवा पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ओम प्रकाश, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ0 कुसुम नरियाल, निदेशक डॉ एस0सी पंत, डॉ आभा मंमगाई सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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