लखनऊ: 16 मार्च, 2015, समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि पिछले तीन वर्षो में उत्तर प्रदेश तीव्र गति से विकास के पथ पर आगे बढ़ा है। ऐसी अनेक योजनाओं पर कार्य प्रगति पर है जो उत्तर प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगीं और जनता की खुशहाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगीं। इन योजनाओं का बड़े पैमाने पर लाभ समाज के कमजोर वर्गो, अल्पसंख्यकों, महिलाओं, बच्चों, नौजवानों और किसानेां को प्राप्त होगा। इसके साथ ही प्रशासन तंत्र को कुशल, पारदर्शी एवं प्रभावी बनाने की दिशा में भी कदम उठाए गए हैं।
मुख्यमंत्रंी श्री अखिलेश यादव ने चुनावी घोषणापत्र के पांच साल के वायदों को ज्यादातर तीन साल में ही पूरा कर दिया है। कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को केन्द्र से मदद नहीं मिली तो भी सीमित संसाधनों के बावजूद मुख्यमंत्री जी ने उन्हें चालू रखा। लखनऊ में मेट्रो रेल परियोजना हो या 108 समाजवादी एम्बूलेन्स सेवा इनको समाजवादी सरकार अपने बल पर चला रही है। वर्ष 2013-14, में कक्षा 12 पास करने वाले लगभग 15 लाख छात्र-छात्राओं को निःशुल्क लैपटाप दिए गये। गंभीर बीमारियांे यथा कैंसर, लीवर, हार्ट, किडनी के मरीजों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा दी जा रही है।
प्रदेश मंे तीव्रग्रामी सड़क परिवहन की आवश्यकता के मद्देनजर आगरा-लखनऊ एक्सपे्रस वे पर भी तेजी से काम शुरू हो चुका है। सभी जिला मुख्यालयों को चार लेन किया जा रहा है। शासकीय कार्य प्रणाली को सुगम और बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार सूचना प्रौद्योगिकी का व्यापक तौर पर इस्तेमाल कर रही है। गरीबों को आवास, पंचायतों में सोलर लाईट की व्यवस्था के साथ ही प्रदेश में समाजवादी पेंशन योजना प्रारम्भ की गई है, जिसमें 500 रूपया प्रतिमाह पात्र परिवारों को पेंशन मिलेगी। इस योजना से लगभग 40 लाख परिवारों को लाभ मिल रहा है। महिला सुरक्षा की दृष्टि से 1090 वूमेन पावर लाइन और प्रसूताओं को अस्पताल लाने-ले जाने के लिए 102 नम्बर एम्बूलेन्स सेवा भी चालू है।
उत्तर प्रदेश में किसानों को हर तरह से खुशहाल बनाने के लिए समाजवादी सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उनका देश में दूसरा उदाहरण नहीं है। किसानों की 50 हजार रूपए तक कर्ज माफी, मुफ्त सिंचाई, पाॅच लाख का कृषक दुर्घटना बीमा, कामधेनु योजना और खेती किसान के लिए अलग बिजली की फीडर लाइन यह सब मुख्यमंत्री जी की देन है।
लेकिन विपक्षियों को प्रदेश के विकास की यह नई तस्वीर नहीं भा रही है। केन्द्र में सत्ता पाकर भाजपा ऐसी बौखलाई है कि उसे प्रदेश के प्रति अपने दायित्व का भी ध्यान नहीं रह गया है। इस राज्य से निर्वाचित होकर दिल्ली गए भाजपा के मंत्री और सांसद अपने राज्य के विकास में सहायक बनने के बजाय अवरोधक बन रहे हैं। कांगे्रस और बसपा ने भी विरोध का नकारात्मक रवैया अपना रखा है। इन दलों को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी पहली प्राथमिकता प्रदेश का विकास होना चाहिए। मुख्यमंत्री जी की सदाशयता, विकास के प्रति अथक संकल्प और उनके नेतृत्व क्षमता का प्रदेश का हर वर्ग कायल है। उसे भरोसा है कि श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व मेें ही प्रदेश आदर्श प्रदेश बनेगा।