नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने कहा कि पुस्तकालय, सूचना और विचारों की पहुंच के लिए के एक केन्द्रीय भूमिका अदा कर रहे है। उपराष्ट्रपति आज 19 वें राष्ट्रीय ज्ञान पुस्तकालय और सूचना नेटवर्किंग-एनएसीएलआईएन-2016 का उद्घाटन करने के बाद एक जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन तेजपुर विश्वविद्यालय और डेवलपिंग लाइब्रेरी नेटवर्क, नई दिल्ली द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। इस अवसर पर असम के राज्यपाल श्री बनवारी लाल पुरोहित असम सरकार के सिंचाई, हस्तशिल्प और कपड़ा मंत्री श्री रंजीत दत्ता तथा तेजपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मिहिर कांति चौधरी भी उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि विभिन्न प्रकार की जानकारियां अब डिजिटल माध्यम से प्राप्त हो रही है, जिससे उम्मीदों के साथ-साथ ज्ञान का इस्तेमाल करने में मदद मिल रही है। उन्होंने आगे कहा कि सोशल नेटवर्क और सोशल मीडिया लोगों की रणनीति तैयार करने में महत्वपूर्ण साधन बनता जा रहा है। उन्होंने इस बात पर भी ध्यान दिलाया कि ज्ञान के मानदंड बदल रहे है, स्रोतों और साधनों का विस्तार हो रहा है तथा जानकारी प्राप्त करने की पहुंच व्यापक हो रही है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि पुस्तकालयों को बदलाव लाना चाहिए और आने वाले वर्षों में अवसरों का लाभ उठाने के लिए इसका प्रचार-प्रसार करना चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हम सूचना के युग में रह रहे है, इसका अर्थ यह है कि आर्थिक उत्पादकता से कृषि और विनिर्माण के क्षेत्र में बदलाव हो रहा है तथा सूचना और ज्ञान का सृजन हो रहा है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि पुस्तकालय समाज के वर्गों की खाई पाटने में महत्वूपर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।