नई दिल्ली: केन्द्रीय विद्युत, कोयला, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा और खान मंत्री श्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में 13 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल 25 से 26 अक्टूबर, 2016 तक वानुअतु गणराज्य के दौरे पर है। इस यात्रा के दौरान मंत्री महोदय ने वानुअतु गणराज्य के प्रधानमंत्री महामहिम श्री चार्लोट सलवाई ताबीमैसमैस एवं विदेश मंत्री महामहिम श्री ब्रूनो लेइंगकोन तऊ के साथ बैठकें कीं और भारत व वानुअतु के बीच के द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की।
भारत से वानुअतु गणराज्य के लिए अब तक के इस प्रथम मंत्रिस्तरीय दौरे के जरिये द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत द्वारा जताई गई प्रतिबद्धता पर वानुअतु ने आभार प्रकट किया है। उल्लेखनीय है कि भारत एवं वानुअतु के बीच द्विपक्षीय संबंध अत्यंत मित्रवत व परस्पर सहयोगात्मक रहे हैं, जो नवंबर 2014 के बाद हुए भारत-प्रशांत द्वीप सहयोग फोरम (एफआईपीआईसी) के दो शिखर सम्मेलनों के उपरान्त और ज्यादा मजबूत हुए हैं।
इस यात्रा के दौरान श्री गोयल ने भारत के वार्षिक अऩुदान के तहत वानुअतु के 76 स्कूलों को आईसीटी संबंधी उपकरण प्रदान करने के लिए सहायता के रूप में महामहिम श्री ब्रूनो लेइंगकोन तऊ को 1,90,000 अमेरिकी डॉलर का चेक सौंपा। वानुअतु ने भारत की इस अहम सहायता पर आभार प्रकट किया, जो वानुअतु के शिक्षा क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
इसके अलावा, श्री गोयल ने यह घोषणा की कि भारत से वानुअतु को 2,00,000 अमेरिकी डॉलर मूल्य के एलईडी बल्बों और कम ऊर्जा खपत वाले अऩ्य उपकरणों की आपूर्ति की जाएगी। वानुअतु को भारत सरकार से मिलने वाले वार्षिक अनुदान के तहत ही यह सहायता दी जा रही है, जिससे ऊर्जा खपत कम करने में मदद मिलेगी और बिजली खपत के मद में करोड़ों डॉलर की बचत होगी। वानुअतु ने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अपनी जंग में भारत की ओर से मिलने वाली इस सहायता पर आभार प्रकट किया है।
वानुअतु संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का विस्तार किये जाने के पक्ष में है और उसने विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी हेतु उसके नजरिए का समर्थन किया है। भारत ने यूएनएससी में स्थायी सदस्यता के लिए अपनी उम्मीदवारी को बहुमूल्य समर्थन प्रदान करने हेतु वानुअतु की सराहना की है। वानुअतु ने वर्ष 2021-22 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थायी सीट हेतु भी भारत की उम्मीदवारी को अपना समर्थन दिया है।
श्री पीयूष गोयल और महामहिम श्री ब्रूनो लेइंगकोन तऊ ने भारत और वानुअतु का आईटी संबंधी उत्कृष्टता केन्द्र (सीईआईटी) स्थापित करने के लिए एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये। इसके अलावा, वानुअतु ने भारत और फ्रांस द्वारा नवम्बर, 2015 में लांच किये गए अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को अपना समर्थन प्रदान करने के साथ-साथ इसमें शामिल होने की इच्छा जताई।
श्री पीयूष गोयल और वानुअतु के उप प्रधानमंत्री एवं व्यापार, पर्यटन, वाणिज्य व उद्योग मंत्री महामहिम श्री जो नतुमन ने आज भारत-वानुअतु व्यावसायिक संवाद बैठक को संबोधित करने के साथ-साथ उसका मार्गदर्शन किया, जिसमें भारत के सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों एनटीपीसी, पीजीसीआईएल, एसईसीआई, सीडीएसी और ईईएसएल के सात प्रतिनिधियों ने वानुअतु वाणिज्य मंडल की अऩेक कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ भाग लिया।