नई दिल्ली: डीएडीएफ सचिव श्री देवेन्द्र चौधरी ने देश में एवियन इन्फ्लूएंजा एच5एन8 की समग्र स्थिति की समीक्षा की है। पंजाब, मध्य प्रदेश और दिल्ली से किसी भी पक्षी की मौत की जानकारी नहीं मिली है। 27 अक्टूबर, 2016 को केवल एक जंगली पक्षी की मौत होने की जानकारी नई दिल्ली स्थित शक्ति स्थल की संजय झील से मिली थी। पंजाब के पटियाला जिले के राजपुरा में इस प्रकोप को नियंत्रण में रखने के प्रयास बाकायदा पूरे हो गए।
राज्य सरकारों को निर्देश दिया गया है कि वे सतर्क रहें और इस बीमारी पर करीबी नजर सुनिश्चित करें तथा समस्त जैव सुरक्षा/ निवारक उपाय निश्चित रूप से करें।
केरल सरकार ने अलाप्पुझा जिले के रमनकरी एवं ताकाझी गांव में इस रोग को नियंत्रण में रखने के प्रयास 26 अक्टूबर, 2016 से ही शुरू कर दिये हैं और बीमार पक्षियों को मारने की प्रक्रिया जारी है।
इस रोग को काबू में रखने के प्रयासों पर करीबी नजर रखने एवं मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से बेंगलुरू स्थित दक्षिणी क्षेत्र रोग निदान प्रयोगशाला (एसआरडीडीएल) के एक वैज्ञानिक को एक केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में केरल में तैनात किया गया है।
स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की कतई जरूरत नहीं है।