नई दिल्ली: रेल बजट में रेल मंत्री ने भले ही रेल किराए में कोई बढ़ोतरी न की हो, लेकिन अब उन्होंने प्लैटफॉर्म टिकट की कीमत एक ही झटके में डबल कर दी है। महत्वपूर्ण यह है कि अब डिविजनों को यह भी अधिकार दे दिया गया है कि अगर उनके क्षेत्र के स्टेशनों पर अगर भीड़ बढ़ रही हो तो वे प्लैटफॉर्म टिकट की कीमत 10 रुपये से भी ज्यादा रख सकते है। इसके लिए कोई ऊपरी सीमा तय नहीं की गई है। फिलहाल रेलवे के प्लैटफॉर्म पर जाने के लिए पांच रुपये का प्लैटफॉर्म टिकट खरीदना पड़ता है, लेकिन एक अप्रैल से इसकी कीमत 10 रुपये कर दी गई है। इस सिलसिले में रेलवे बोर्ड ने आदेश जारी कर दिया है और सभी जोनल रेलवे को इस बारे में कहा गया है कि वे 1 अप्रैल से दस रुपये का प्लैटफॉर्म टिकट बेचें। जोनल रेलवे से यह भी कहा गया है कि अगर उनके पास पुराने प्रिंटिड प्लैटफॉर्म टिकट बचे हुए हैं तो वे उसी पर 10 रुपये की मुहर लगाकर उसे बेच सकते हैं।
इसके बाद अब जो नए प्लैटफॉर्म टिकट प्रिंट होंगे, उस पर इनकी कीमत 10 रुपये अंकित की जाएगी। इसी तरह कम्प्यूटराइज्ड प्लैटफॉर्म टिकट के लिए क्रिस (CRIS) से कहा गया है कि वह अपने सॉफ्टवेयर में बदलाव करे।
इस आदेश की एक खासियत यह है कि रेलवे के डिविजनों को ही यह पावर दी गई है कि वे जब भी देखें की स्टेशनों पर भीड़ बढ़ रही है, वे प्लैटफॉर्म टिकट की कीमत को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए कोई ऊपरी सीमा तय नहीं की गई है। रेलवे सूत्रों का कहना है कि डिविजनल मैनेजर मेला, रैली या इसी तरह के किसी इवेंट पर जब भीड़ बढ़ रही हो तो प्लैटफॉर्म टिकट की दर बढ़ा सकते हैं। ऐसा करने के पीछे रेलवे का तर्क है कि प्लैटफॉर्म पर भीड़ कम होनी चाहिए। कई बार देखने में आता है कि दो पैसेंजरों को ट्रेन पर चढ़ाने के लिए चार लोग आ जाते हैं, जिससे बिना वजह की भीड़ बढ़ती है।
भले ही रेलवे ने प्लैटफॉर्म टिकट की दर पांच से बढ़ाकर दस रुपये करने का फैसला किया गया हो लेकिन असलियत यह है कि इसके बावजूद लोग इससे बचने का रास्ता निकाल सकते हैं। दरअसल, रेलवे ने भले ही प्लैटफॉर्म टिकट 10 रुपये का करने का फैसला किया हो लेकिन अभी रेलवे का न्यूनतम किराया पांच रुपये है।
ऐसे में लोग यह भी रास्ता निकाल सकते हैं कि वे सीधे-सीधे प्लैटफॉर्म टिकट न लें बल्कि उसकी जगह दिल्ली या आसपास के किसी स्टेशन तक जाने का पांच रुपये का टिकट लेकर प्लैटफॉर्म पर पहुंच सकते हैं। ऐसे में यह जरूर हो सकता है कि आने वाले दिनों में रेलवे पांच रुपये के न्यूनतम किराए को भी बढ़ाकर दस रुपये कर दे। लेकिन फिलहाल रेलवे के एक सीनियर अफसर ने इस बात से इनकार किया है। इस अफसर के मुताबिक फिलहाल ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।