नई दिल्ली: स्वीडन के नीति समन्वय एवं ऊर्जा मंत्री श्री इब्राहिम बेलान के निमंत्रण पर केन्द्रीय विद्युत, कोयला, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा और खान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल 01 से 03 नवम्बर, 2016 तक स्वीडन के दौरे पर रहे।
अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान श्री गोयल ने स्वीडन के नीति समन्वय एवं ऊर्जा मंत्री श्री इब्राहिम बेलान के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों ही पक्षों ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग पर मौजूदा सहमति पत्र (एमओयू) का उल्लेख किया और ऊर्जा क्षेत्र में वर्तमान सहयोग की समीक्षा की तथा विशेषकर कचरे से ऊर्जा बनाने, ऊर्जा दक्षता, पारेषण एवं वितरण, पनबिजली, इलेक्ट्रो-मोबिलिटी, स्मार्ट ग्रिड, स्मार्ट मीटरिंग, सौर ऊर्जा, जल शोधन और खनन के क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए आगामी कदमों पर चर्चा की।
दोनों ही मंत्री जाने-माने बिजनेस पेपर डेजेन्स इंडस्ट्री और स्वेरिज रेडियो के पत्रकारों से संयुक्त रूप से रू-ब-रू हुए।
मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने इन विषयों पर आयोजित तीन गोलमेज बैठकों में भाग लिया: 1) हरित वित्त पोषण एवं निवेश 2) स्मार्ट ग्रिड एवं एनर्जी सोल्यूशंस 3) स्मार्ट सिटी, इलेक्ट्रो-मोबिलिटी एवं कचरे से ऊर्जा बनाना और 4) ऊर्जा कुशल खनन तथा खानों का स्वचालन/अनुकूलन। मंत्री महोदय एवं प्रतिनिधिमंडल ने एटलस कॉपको के मुख्यालय और भूमिगत खदान एवं कचरे से ऊर्जा बनाने वाले ब्रिस्टा संयुक्त ताप एवं विद्युत संयंत्र का भी दौरा किया।
श्री गोयल का यह दौरा वर्ष 2015 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की प्रथम राजकीय स्वीडन यात्रा और मुंबई में आयोजित ‘मेक इन इंडिया’ सप्ताह के लिए फरवरी, 2016 में प्रधानमंत्री स्टीफन लॉफवेन के दौरे से रखी गई ठोस नींव के आधार पर भारत और स्वीडन के बीच चौतरफा द्विपक्षीय रिश्ते को मजबूत बनाने में आपसी दिलचस्पी का प्रतीक है।