नई दिल्ली: आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए एशियाई मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (एएमसीडीआरआर) 2016 के समापन समारोह के दौरान गृह राज्य मंत्री, श्री किरण रिजिजू ने कहा कि तीन दिनों के व्यापक विचार –विमर्श के बाद इस सार्थक सम्मेलन का समापन हो गया है। उन्होंने कहा कि यह सही मायनों में यह एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन है जहां 51 देशों, 9 संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और कई अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सम्मेलन में नागरिक समाज, निजी क्षेत्र और स्थानीय स्वशासन सरकारों, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और भारत की राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। श्री रिजिजू ने कहा कि इसके अलावा, उद्घाटन सत्र में 4000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
उन्होंने अपने संबोधन का शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री के एक प्रेरणादायक भाषण के साथ किया। श्री रिजिजू ने अपने संबोधन में आपदा जोखिम में कमी लाने के प्रयास के तहत एक 10 सूत्रीय एजेंडें की भी चर्चा की।
श्री रिजिजू ने प्रत्येक देश में सेंडाइ प्रारूप के तहत आपदा जोखिम में कमी लाने के उद्देश्य को पूरा करने हेतु कार्रवाई पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी देश सेंडाइ प्रारूप के उद्देश्यों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
श्री रिजिजू ने इस सम्मेलन के दौरान प्रथम सुनामी जागरूकता दिवस मनाने पर भी प्रशंसा जताई। गौरतलब है कि हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष 5 नवंबर को विश्व सुनामी जागरूकता दिवस मनाने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
श्री रिजिजू ने कहा इस सम्मेलन में अपने विचारों को साझा करने के लिए सभी हितधारकों को एक क्षेत्रीय मंच प्रदान किया गया है, जिसमें सभी हितधारकों की सकारात्मक भागीदारी रही।
उन्होंने मंगोलिया में होने वाले अगले एएमसीडीआरआर सम्मेलन की सफलता के लिए कामना भी की।