नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज नई दिल्ली में थोरासिक सर्जनों के अमेरिकी एसोसिएशन एवं इंटरनेशनल कोरोनरी कांग्रेस की बैठक का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल हमारे देश के लिए एक प्राथमिकता वाला देश है। उन्होंने कहा कि हालांकि बड़ी आबादी वाले विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में स्वास्थ्य आवश्यकताओं की पूर्ति से जुड़ी चुनौतियां काफी बड़ी हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की यह जिम्मेदारी है कि वे आम जनता के बीच रोगों से बचाव एवं उपचार के बारे में अधिक जागरूकता पैदा करने पर कार्य करें। सीएडी एवं दिल के दौरों की सबसे सामान्य वजह गलत जीवनशैली है। इसलिए हृदय रोगों के खिलाफ युद्ध में सावधानी से जुड़ी कार्य नीतियां प्रमुख होनी चाहिए। महामहिम ने बताया कि हमारे स्वास्थ्य क्षेत्र को न केवल लोगों का उपचार करने में सुसज्जित होना चाहिए बल्कि उन्हें चिकित्सा की स्थिति की रोकथाम के बारे में भी मार्ग निर्देश देना चाहिए।
राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि उनके विचार से इंटरनेशनल कोरोनरी कांग्रेस एक ऐसा बड़ा मंच है, जहां हमारे स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को एक ऐसी प्रणाली के रूप में मजबूत बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने पर चर्चा की जा सकती है , जो सार्वभौमिक रूप से सुलभ, किफायती और कारगर हो। ऐसी प्रणाली की निर्माण के लिए हमें न केवल एक मजबूत स्वास्थ्य देखभाल अवसंरचना की आवश्यकता है, बल्कि प्रशिक्षित एवं उत्साही कर्मचारियों की भी जरूरत है। हम अन्य देशों में प्रचलित प्रणालियों का अध्ययन कर सकते हैं, जो अपनी पूरी आबादी को उपचार प्रदान करने में सफल रहे हैं। हमारा देश आकार एवं हमारी आबादी के भौगोलिक विस्तार के मामले में अनूठा है। इसलिए हमें अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उपयुक्त समाधान विकसित करना होगा।