लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाला समय डिजिटल मीडिया का है। इस मीडिया का उपयोग करते हुए खबरों और आवश्यक सूचनाओं का तुरन्त प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जा सकता है। ऐसे में इसका प्रयोग बहुत ही सावधानी के साथ और सूझबूझ से करने की आवश्यकता है। इस मीडिया की पहुंच बड़ी व्यापक है। इसका प्रयोग करते हुए लोग अपनी खबरों का स्वयं ही प्रचार-प्रसार कर सकते हैं। उन्होंने इस मीडिया के माध्यम से दुष्प्रचार पर लगाम लगाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां होटल ताज विवान्ता में राजस्थान पत्रिका समूह द्वारा आयोजित ‘पत्रिका कीनोट द एनुअल आइडिया फेस्ट-2016’ को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आज हर तरफ तकनीकी का विकास तो हो ही रहा है, साथ ही साथ उसको अपगे्रड भी किया जा रहा है। ऐसे में, अब लाइव डिजिटल खबरें आपके मोबाइल पर फौरन उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि इस मीडिया का इस्तेमाल खबरों के प्रचार-प्रसार के लिए करने वालों का यह दायित्व है कि वे सही खबरें बिना लाग-लपेट के लोगों तक पहुंचाएं।
श्री यादव ने कहा कि मीडिया चैनलों, समाचार पत्रों तथा डिजिटल खबर प्रसारित करने वाले साइटों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी, क्योंकि गलत सूचना के प्रसारण से समाज में स्थितियां बिगड़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की समाजवादी सरकार लोगों तक सही जानकारी हर हाल में पहुंचाए जाने की पक्षधर है। लोगों को सही जानकारी उपलब्ध कराने के साथ-साथ सरकारी नीतियों, कार्यक्रमों, योजनाओं के लाभों के विषय में सटीक जानकारी मुहैया कराने की दृष्टि से राज्य सरकार द्वारा समाजवादी स्मार्ट फोन योजना लागू की गई है, जिसके अंतर्गत निःशुल्क स्मार्ट फोन पाने के लिए अब तक 70 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रांति के सही उपयोग की आवश्यकता है। इससे गरीबों, किसानों तथा गांवों के निवासियों को जोड़ा जाए ताकि उन तक सही जानकारियां तेजी के साथ पहुंचें।
प्रदेश के विकास के सम्बन्ध में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार द्वारा पिछले साढ़े चार सालों के दौरान अनेक योजनाएं लागू की गईं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में जब समाजवादी सरकार सत्ता में आयी तो प्रदेश की हालत खस्ता थी। पिछली सरकार ने सिर्फ पत्थर के स्मारकों, पार्कों के निर्माण पर ही फोकस किया था, जिसका नतीजा यह हुआ कि प्रदेश का विकास पूरी तरह से ठप हो गया। राज्य सरकार ने अवस्थापना विकास, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग इत्यादि पर फोकस करते हुए ऐसी नीतियां बनायीं, जिससे विकास कार्यों को गति मिली।
श्री यादव ने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसा सड़क मार्ग इतने कम समय में देश के किसी भी भाग में आज तक नहीं बना। उन्होंने कहा कि आगामी 21 नवम्बर को इसका उद्घाटन किया जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे एक तेज गति की विश्वस्तरीय फैसिलिटी है, जिसके माध्यम से यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे न केवल प्रदेश बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को बदल देगा। इसके दोनों तरफ किसान मण्डियों का निर्माण कराया जा रहा है, जिससे किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य तुरन्त मिल सकेगा और उनका जीवन खुशहाल बनेगा। छोटे व्यापारियों के जीवन पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान सड़कों का सुदृढ़ीकरण करवाने के साथ-साथ अनेक आर0ओ0बी0, फ्लाईओवरों और पुलों का निर्माण करवाया है। इसके साथ ही, 50 जिला मुख्यालयों को अब तक फोर लेन मार्गों से जोड़ा जा चुका है। बिजली की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। नये बिजलीघर लगाए गए हैं। बिजली उत्पादन, पारेषण और आपूर्ति को चुस्त-दुरुस्त बनाया गया है, इसके चलते अब जिला मुख्यालयों, मण्डल मुख्यालयों, महानगरों व औद्योगिक क्षेत्रों को 24 घण्टे, तहसीलों एवं बुन्देलखण्ड क्षेत्र को 20 घण्टे तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घण्टे बिजली मिल रही है। उन्होंने कहा कि भविष्य में पूरे प्रदेश में 24 घण्टे बिजली आपूर्ति की दिशा में कार्य किया जाएगा।
लखनऊ मेट्रो का जिक्र करते हुए श्री यादव ने कहा कि यह देश की सबसे तेज गति से निर्मित होने वाली मेट्रो रेल परियोजना है। उन्होंने कहा कि इसका ट्रायल शीघ्र ही होगा, जिसके बाद इसका संचालन शुरू किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा कैंसर हाॅस्पिटल, आई0टी0 सिटी का निर्माण, नये राजकीय मेडिकल काॅलेजों की स्थापना इत्यादि कार्य कराए जा रहे हैं, जिससे प्रदेश का विकास तेजी से होगा और आने वाले समय में उत्तर प्रदेश देश का अग्रणी राज्य होगा।
राज्य सरकार द्वारा लागू की गई जनहितकारी योजनाओं के विषय में मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी पेंशन योजना जैसी स्कीम पूरे देश के किसी भी राज्य में लागू नहीं की गई है। इसके माध्यम से राज्य सरकार अपने संसाधनों से गरीब परिवारों की महिलाओं को 500 रुपए की आर्थिक सहायता सीधे उनके खाते में मुहैया करा रही है। इसके अलावा विद्यार्थियों को 18 लाख निःशुल्क लैपटाॅप उपलब्ध कराए गए हैं। इनमें से बहुत से लैपटाॅप ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले छात्र-छात्राओं को मिले हैं, जिसके चलते अब उनके मन से तकनीकी के प्रति व्याप्त भय खत्म हो गया है और वे अपने सपनों की उड़ान भर रहे हैं। उनका जीवन आसान हो गया है। नये रास्ते खुल गए हैं।
श्री यादव ने कहा कि ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा और ‘102’ नेशनल एम्बुलेंस सर्विस की सफलता किसी से छिपी नहीं है। इन एम्बुलेंस सेवाओं का लाभ अब दूर-दराज के लोगों को भी मिल रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा मुहैया करायी जा रही निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं से गरीबों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं, बुजुर्गों को बहुत राहत मिली है। ‘1090’ विमेन पावर लाइन से महिलाओं को बहुत तसल्ली मिली है और अब वे निडर होकर अपने कार्य कर रही हैं। राज्य सरकार ने अपनी नीतियों एवं कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में संतुलन बनाया है।
काले धन और 500 तथा 1000 के रुपए के नोटों के चलन पर प्रतिबंध के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने कहा कि वे काले धन के खिलाफ हैं और इसे रोका जाना चाहिए। लेकिन यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इस प्रतिबंध के चलते गरीबों को कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि बैंकों तथा ए0टी0एम0 में प्रचुर मात्रा में कैश की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए ताकि किसी को कोई दिक्कत न हो। भ्रष्टाचार के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि इस पर तभी लगाम लगायी जा सकती है, जब हम सभी इसके खिलाफ खड़े हों और संकल्पबद्ध हों।
अगले वर्ष (2017) में होने वाले विधान सभा चुनावों के सम्बन्ध में श्री यादव ने कहा कि इन चुनावों में डिजिटल मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका होगी और लोग इसका उपयोग करते हुए अपने वोट की ताकत दिखाएंगे।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने ‘नचण्चंजतपांण्बवउ’ वेबसाइट का विमोचन भी किया। आयोजकों की तरफ से मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह के रूप में एक पुस्तक तथा शाॅल भी भेंट किया गया।
इस अवसर पर राज्य सरकार के मंत्रीगण श्री राम गोविन्द चैधरी, श्री राजेन्द्र चैधरी, श्री शंखलाल माझी, प्रमुख सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल सहित बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।