लखनऊ: किसानों के लिये धान की श्री पद्धति एवं रहीमाबाद में विकसित गेहूं की एस0डब्लू0आई0 तकनीकी अधिक लाभप्रद साबित हुई है, यह सामान्य से कई गुना अधिक उत्पादन देने वाली है। किसान इन नवविकसित पद्धतियों को अपनायें, एवं फसल उत्पादन का भर-पूर लाभ उठायें। कृषि विभाग का मुख्य उद्देश्य कृषि उपयोगी जानकारी किसानों तक पहुंचाना है।
कृषि सलाहकार डा0 रमेश यादव ने आज यहां यह विचार कृषि प्रक्षेत्र रहीमाबाद, लखनऊ में आयेाजित दो दिवसयी नवविकसित फसल जागरूकता कार्यक्रम के शुभारम्भ के अवसर पर रखे। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे फैसिलेटर की भूमिका निभायें। यह कार्यक्रम कल भी जारी रहेगा। कार्यक्रम में डा0 यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री किसानों के सच्चे हमदर्द हैं। वे हमेशा किसानों की तरक्की के लिए चिन्तित रहते हैं।
कार्यक्रम में किसानों को प्रशिक्षण दिया गया तथा जैविक खेती, फसल प्रदर्शन, बीज उत्पादन की जानकारी भी दी गई तथा इस अवसर पर 38 जिलों के कृषकों, कृषि वैज्ञानिक डा0 दामोदरन एवं डा0 रामअवध, कृषि निदेशक श्री ए0के0विश्नोई, अपर कृषि निदेशक श्री एस0के0खरे आदि ने भाग लिया।
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