लखनउ: केन्द्रीय कौषल विकास एवं उद्यमिता मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने आज यहां कोल्विन तालुकदार काॅलेज मैदान में स्किल इंडिया मिषन के तहत आयोजित रोजगार मेला में 3500 युवकों केा जाॅब आॅफर लेटर प्रदान किए।
केन्द्रीय मंत्री ने रोजगार मेले के मौके पर जमा विषाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आज की दुनिया में नौकरियां पाने के लिए केवल औपचारिक षिक्षा ही जरूरी नहीं है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री के दिषा निर्देष में हमने लाखों बेरोजगार युवकों को रोजगारपरक प्रषिक्षण प्रदान करने के लिए व्यापक कार्यक्रम चलाया है। यहां रोजगार मेले में युवकों की उत्साहजनक भागीदारी ने हमारे प्रयासों की सफलता पर मुहर लगाई है।’’
श्री रूडी ने कहा कि जो युवक विभिन्न रोजगापरक कौषल में औपचारिक प्रषिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं वे इस कौषल विकास कार्यक्रम का लाभ उठा सकते हैं। इस कार्यक्रम के तहत लड़कियों को ब्यूटीषियषन जैसे पाठ्यक्रमों की मदद से रोजगार पाने लायक बनाने में सक्षम बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
मंत्री ने कहा, ‘‘एक लाख से अधिक डंाइवरों की तुरंत आवश्यकता है, लेकिन इच्छुक व्यक्तियों को उबर और ओला जैसी कंपनियों द्वारा नियोजित किये जा सकने से पहले कुछ सामान्य प्रशिक्षण लेने की आवश्यकता होगी। देश का त्वरित आर्थिक विकास रोजगार के कई अवसर पैदा करेगा, और हमारा मंत्रालय बेरोजगार युवाओं के लिए आवश्यक व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि वे विकास से लाभान्वित हों और अपने परिवारों की देखभाल करने में सक्षम हों।’’
यह अपनी तरह का तीसरा नौकरी मेला है, जो स्किल इंडिया मिशन के तहत राज्य के विभिन्न भागों में आयोजित किये जा रहे रोजगार मेला, उत्तर प्रदेश 2016 श्रृंखला का हिस्सा है। इससे पहले दो मेले वाराणसी और कानपुर में आयोजित किये गये थे।
राष्टंीय कौशल विकास निगम 1⁄4एनएसडीसी1⁄2 न केवल युवाओं के लिए सरकार से प्रमाणित प्रशिक्षण प्रदान करता है, बल्कि सार्वजनिक क्षेत्र के साथ- साथी निजी क्षेत्र की कंपनियों में भी सीआईआई, फिक्की, पीएचडी, और एसोचैम जैसे विभिन्न उद्योगों और व्यापार मंचों के माध्यम से रोजगार की व्यवस्था करता है।
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के निदेषक श्री बिमल कुमार ने कहा कि जाॅब आॅफर लेटर प्रदान किये गये लोगों में 6 दिव्यांग थे। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस मेला में भाग लेने वाले सीआईआई और सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कई कंपनियों के आभारी हैं।’’
लखनऊ के स्थानीय नौकरी आवेदकों के अलावा, हरदोई, उन्नाव, गोंडा, बहराइच, सीतापुर, प्रतापगढ़, आदि जैसे अन्य शहरों से भी यहां काफी संख्या में उम्मीदवार आए हैं।
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