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यादव-भूषण को ‘आप’ से निकालना आसान नहीं होगा

देश-विदेश

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के नेतृत्व ने आज राष्ट्रीय परिषद की बैठक में योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी से निकालने की पूरी तैयारी कर ली है। केजरीवाल कैंप की रणनीति के मुताबिक, दोनों को पार्टी से निकालने का प्रस्ताव पेश किया जाएगा। इस कैंप के एक नेता ने कहा, ‘हम दोनों के खिलाफ ईमेल समेत दूसरे सबूत पेश करेंगे।’ हालांकि, योगेंद्र यादव का खेमा भी इतनी आसानी से मैदान से हटने को तैयार नहीं है। दोनों खेमे राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों से हर माध्यम से संपर्क बना रहे हैं और समर्थन की अपील कर रहे हैं।

करावल नगर से विधायक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कट्टर समर्थक कपिल मिश्रा ने एक अंग्रेजी अखबार से कहा, ‘हमने केजरीवाल से अनुरोध किया है कि असंतुष्टों को पार्टी से निकालने का प्रस्ताव लाएं। अब बहुत हो गया। योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पार्टी के खिलाफ काम कर रहे हैं। राष्ट्रीय परिषद में दोनों को बर्खास्त करने का प्रस्ताव आना चाहिए।’

हालांकि, वोटिंग के जरिए योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी से निकालना केजरीवाल कैंप के लिए इतना आसान नहीं रहने वाला है। सूत्रों का कहना है कि केजरीवाल निर्विवाद रूप से पार्टी के सबसे बड़े नेता हैं, लेकिन वोटिंग में चौंकाने वाले नतीजे भी आ सकते हैं। राष्ट्रीय परिषद के 72 सदस्य दिल्ली से हैं, यहां केजरीवाल कैंप का पलड़ा पूरी तरह से भारी है। लेकिन, बाहर के 248 सदस्यों में योगेंद्र यादव का आधार भी ठीकठाक है। यादव राज्य इकाइयों को ज्यादा अधिकार देने की बात कह रहे हैं, इसकी वजह से भी बाहर के नेताओं को योगेंद्र यादव मुख्यमंत्री की तुलना में ज्यादा भा रहे हैं।

दोनों कैंपों के लोग राष्ट्रीय परिषद की मीटिंग शुरू होने से पहले फोन कॉल्स, ईमेल और मेसेज के जरिए सदस्यों से संपर्क साध कर अपने लिए समर्थन मांग रहे हैं। हालांकि, यादव खेमे को आशंका है कि राष्ट्रीय परिषद की कार्यवाही में केजरीवाल के समर्थन गड़बड़ी कर सकते हैं। इसलिए प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने बैठक की विडियोग्राफी करवाने, फैसला गुप्त मतदान से करने और पूरी प्रक्रिया का संचालन ऐसे शख्स से करवाने की मांग की है, जो दोनों में से किसी खेमे का न हो।

‘आप’ की बैठक में भारी हंगामा होने के आसार की वजह से पुलिस ने भी पुख्ता इंतजाम किए हैं। पुलिस उन्हीं लोगों को रिजॉर्ट तक जाने देगी, जो बैठक के लिए अधिकृत हैं। आशंका है कि दोनों गुटों के समर्थक आपस में भिड़ सकते हैं। पुलिस ऑफिसरों ने बताया कि मीटिंग इनडोर होगी और वहां तक उन्हीं लोगों को जाने दिया जाएगा, जो इसके लिए अधिकृत होंगे।

पार्टी के चार एमपी, 67 एमएलए, नैशनल काउंसिल के सदस्य और सात-आठ अन्य लोग ही मीटिंग में जाएंगे। पुलिस रिजॉर्ट के बाहर तैनात रहेगी। भीड़ की आशंका की वजह से रिजॉर्ट के बाहर बैरिकेड जमा किए जा रहे हैं। भीड़ को काबू में रखने के मकसद से पुलिस बैरिकेडिंग करेगी। गाड़ियों की आवाजाही को भी सीमित किया जाएगा।

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