चमोली: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कर्णप्रयाग पहुॅचकर सतत विकास संकल्प यात्रा व जनसभा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने गौचर एवं कर्णप्रयाग में विभिन्न विकास योजनाओं का शुभांरभ एवं लोकापर्ण करते हुए डिप्टी स्पीकर अनसूया प्रसाद मैखुरी की लिखित विकास पुस्तिका ‘‘पांच वर्षो का सफर नामा‘‘ का विमोचन भी किया।
गौचर में मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्डी बोली भाषा संस्थान का शुभांरभ करते हुए संस्थान खुलने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि संस्थान उत्तराखण्ड की विभिन्न बोली भाषाओं के सर्बधन के लिए कार्य करेगा। कहा कि संस्थान के शुरू होने से हमारी परम्परा और संस्कृति की पहचान मिलेगी। इसके लिए परिषद का गठन कर समन्वयक भी नियुक्त किया जा चुका है। कहा कि गौचर, कुमाॅऊ और गढवाल की हृदयस्थली है जो व्यापार व परम्पराओं का केन्द्र भी है इसी को ध्यान में रखते हुए संस्थान की गौचर में स्थापना की गयी है। वही कर्णप्रयाग पहुॅचकर मुख्यमंत्री ने 33 केबी विद्युत उपसंस्थान आदिबद्री का लोकापर्ण किया तथा रा0उ0मा0वि0 सोनला का हाईस्कूल स्तर पर 8 पद, रा0इ0का0 बरतोली में इण्टर स्तर पर 12, चण्डिका देवी इण्टर काॅलेज काण्डा मैखुरा में 10 पदों का सृजन करते हुए सवित्त मान्यता प्रदान की।
कर्णप्रयाग में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देश के सबसे तेजी से विकास करने वाले 6 राज्यों में शामिल है। राज्य की प्रति व्यक्ति आय आज दोगुनी हो चुकी है तथा सतत् विकास के पथ पर उत्तराखण्ड अग्रसर है। उन्होंने कहा कि राज्य में 1308 नयी सड़कों का निर्माण कार्य शुरू किया गया है, जिसमें 58 सड़के कर्णप्रयाग क्षेत्र की शामिल है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 तक सभी गांवों को सड़क से जोडा जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सबसे सस्ती दरों पर 24 घण्टे बिजली की आपूर्ति करने वाला उत्तराखण्ड राज्य देश के 3 राज्यों शामिल है। बताया कि बिजली आपूर्ति के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में 36 सब स्टेशन बनाये गये है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहो को सुदृढ़ किया जा रहा है। कहा कि रोजगार उन्नति कि लिए महिला बकरी पालन योजना भी शुरू की गयी है। योजना के तहत एक महिला को 3 बकरी व 1 बकरा देकर उनके आर्थिकी को और मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पौध लगाने व परम्पराग फसलों के उत्पादन पर कृषकों को बोनस भी दिया जा रहा है। वही भीमल, कंडाली एवं भांगुले के रेशों की मांग आज यूरोप माकेर्ट में बढती जा रही है जिसके लिए खादी एवं ग्रामोद्योग के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखण्ड सर्वाधिक प्रकार के सामाजिक सुरक्षा पेंशन देने वाला पहला राज्य है। 2014 में पेंशन लाभार्थियों की संख्या मात्र 01 लाख 74 हजार थी, जो अब बढ़कर 07 लाख 25 हजार हो गयी है अगले वर्ष तक यह संख्या 10 लाख के पार पहुॅचा दी जायेगी। उन्होंने बताया कि सभी प्रकार की पेंशनों की राशि आने वाले समय में बढाकर तीन हजार की जायेगी। कहा कि 2020 तक हर परिवार से गरीबी को हटा दिया जायेगा तथा परिवार के कम से कम एक सदस्य को रोजगार उपलब्ध कराते हुए 2022 तक हर काम मांगने वाले हाथों रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा।
इस अवसर पर डिप्टी स्पीकर अनसूया प्रसाद मैखुरी ने मुख्यमंत्री के आगमन पर उनका भव्य स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए जिले के विकास में उनके योगदान की जमकर सराहना की। उन्होंने जनता के समक्ष अपने 5 वर्षो के कार्यकाल में किये गये विभिन्न विकास कार्यो की जानकारी भी दी।
इस अवसर पर राज्यमंत्री सुरेश बिष्ट, सुरेन्द्र सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष चाय विकास बोर्ड भूवन नौटियाल, उत्तराखण्डी बोली भाषा संस्थान के समन्वयक प्रो0 आरएस असवाल, अध्यक्ष न0पा0 गौचर मुकेश नेगी, बद्री-केदार मंदिर समिति के सदस्य विजय प्रसाद डिमरी, कांग्रेस पीसीसी सचिव वीरेन्द्र मिगंवाल, कर्णप्रयाग प्रमुख राधा देवी, प्रमुख गैरसैंण सुमति बिष्ट, नगर कांग्रेस अध्यक्ष हरीश सती, गैरसैंण कांग्रेस अध्यक्ष वीरेन्द्र रावत आदि सहित जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन, पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शनी, एडीएम जगदीश लाल, एसडीएम केएन गोस्वामी, सीईओ एलएम चमोला आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन दिनेश थपलियाल के द्वारा किया गया।