नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने झारखंड में हुए कोयला खदान हादसे में लोगों की मौतों पर गहरा दुख प्रकट किया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया –
‘‘झारखंड में खदान दुर्घटना में लोगों की मौत पर अत्यंत शोक है।जो लोग खान में फंसे हैं उनकी रक्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना है। पूरी घटना पर मुख्यमंत्री रघुवर दास से बातचीत की।” प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल स्थिति सामान्यकरने के लिए काम कर रहे हैं। राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ को लगाया गया है।
ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (ईसीएल) के सीएमडी ने बताया है कि हादसे की जगह से अभी तक 9 शव निकाले जा चुके हैं। कंपनी ने मृतकों के परिजनों को कर्मकार मुआवजा अधिनियम के तहत दी जानेवाली राशि के अलावा पांच-पांच लाख रुपये का अनुग्रह मुआवजा दिए जाने की घोषणा की है। ईसीएल द्वारा मृतक के परिजनों को सभी आवश्यक मदद दी जा रही है। दो लोग घायल हुए हैं और उनका क्षेत्र के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इनमें से एक को आगे के इलाज के लिए दुर्गापुर भेजा गया है।ईसीएल और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी कल शाम से राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं ।दोपहर 2 बजे तक सभी 10 एक्सकेवेटर और डंप ट्रकों को निकाल लिया गया है।राहत एवं बचावकार्य में एनडीआरएफ को भी लगाया गया है।
प्रथम दृष्टया यह पाया गया है कि घटना अप्रत्याक्षित है। यह छिपी हुई फाल्ट लाइन/स्लिप के साथ बेंच एज के फेल हो जाने की वजह से हो सकती है।खदान सुरक्षा के महानिदेशक ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके अलावा कोल इंडिया लिमिटेड ने हादसे की जांच के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर दी है।
ईसीएस की राजमहल परियोजना के प्रोजेक्ट ऑफिस में एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है।श्री आर.आर. अमिताभ (जीएम, खान) नियंत्रण कक्ष के इन-चार्ज हैं।
उनका फोन नंबर है – 9771447171