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महिला सम्मान प्रकोष्ठ द्वारा वर्ष 2016 की उपलब्धियाॅ

Honors Achievements of Women Cell 2016
उत्तर प्रदेश

विकल्प पोर्टल
विकल्प पोर्टल उ0प्र0 पुलिस महिला सम्मान प्रकोष्ठ द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों को आन लाइन रिपोर्ट पंजीकृत करने की सुविधा के रूप में उ0प्र0 राज्य के साथ ही सम्पूर्ण भारत में एक अनूठी पहल है। इसका शुभारम्भ 30-09-2016 से किया गया है । इस पर सभी शिकायतें डिजिटल तरीके से दर्ज होती है । स्थानीय पुलिस को प्रत्येक शिकायत पर कार्यवाही करने तथा अपनी रिपोर्ट 24 घंटे के अन्दर इस पोर्टल पर प्रस्तुत करनी होती है।
वर्ष 2016 में विकल्प पोर्टल पर 1490 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई जिसमें 48 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र से प्राप्त हुई है। 95 प्रतिशत मामलों में पुलिस द्वारा कार्यवाही की गयी, जिसमें 24 प्रतिशत शिकायतों में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी। कुल प्राप्त शिकायतों में से 85 प्रतिशत शिकायतें स्वयं पीड़ित महिलाओं द्वारा दर्ज की गयी है ।

साथी सिटिजन कैडेट्स
इस कार्यक्रम के अन्तर्गत सामुदायिक पुलिस व्यवस्था को महिलाओं के अधिकारों के प्रति संवेदनशील किया गया। इसमें सिटिजन कैडैट्स की दो श्रेणियाॅ 1-मार्गदर्शक व 2-स्वैच्छिक है।
रूबरू
पुलिस तथा जनता विशेष रूप से विद्यार्थियों के बीच लैंगिक समानता से सम्बन्धित बिन्दुओं पर वार्तालाप का एक मंच है। यह मंच महिला सम्मान प्रकोष्ठ का जनता से सीधे वार्तालाप करने तथा उन्हें सुनने का अवसर देता है। यह मंच लैंगिक समानता के संबंध में उन्हें जागरूक भी करता है।
वर्ष 2016 में इस मंच के माध्यम से लखनऊ विश्वविद्यालय, प्प्ड लखनऊ, ।डप्ज्ल् न्छप्टम्त्ैप्ज्ल् , सिटी माण्टेसरी स्कूल, आर्मी पब्लिक स्कूल, के0एम0एम0 गु्रप आफ इंस्टीट्यूट, आर्नर कालेज, स्प्रिंगडेल, स्टडीहाॅल तथा अन्य संस्थाओं से लगभग 29 हजार से अधिक विद्याार्थियों को (रूबरू के) आपसी विचार विमर्श कार्यक्रम से जोड़ा जा चुका है ।
नवचेतना
नवचेतना कार्यक्रम के अन्तर्गत महिला सम्मान प्रकोष्ठ लैंगिक संवेदीकरण हेतु लगभग दस कार्यशालाओं एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम को आयोजित कर चुकी है । इनमें सिपाही से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को महिलाओं के प्रति किये गये अत्याचार, जैसे दहेज सम्बन्धित मृत्यु, तेजाबी आक्रमण, घरेलू, हिंसा, विभिन्न प्रकार के यौन उत्पीड़न सम्बन्धित मामले, अपहरण, बलात्कार एवं अवैध देह व्यापार के विषय में बताया गया है । साथ ही महिलाओं एवं बच्चों के प्रति व्यवहार एवं बर्ताव के विषय में भी अवगत/सचेत किया जाता है ।
यूनीसेफ, एक्शन एड, आली, जैसी संस्थायें इन कार्यशालाओं के अभियान में सहायता प्रदान करते हैं ।

जनपदों में स्थापित AHTUSJPU के कर्मचारियों को विशेष रूप से इसके अन्तर्गत प्रशिक्षित किया जाता है ।
यह कार्यशालायें अब तक लखनऊ, प्रतापगढ़, लखीमपुर, बरेली और ललितपुर जनपदों में आयोजित की जा चुकी है एवं अब प्रत्येक जोन, परिक्षेत्र स्तर पर प्रारम्भ किया जा रहा है।

जागृति
महिला सम्मान प्रकोष्ठ महिलाओं के यौन शोषण को समाप्त करने की दिशा में कार्य कर रही है और इन सब में सबसे महत्वपूर्ण कार्य है सार्वजनिक स्थलों में होने वाली यौन शोषण की घटनाओं को रोकना है। प्रसिद्ध अभिनेता तथा ‘सावधान इण्डिया’ के सूत्रधार सुशांत सिंह ने महिला सम्मान प्रकोष्ठ तथा ब्रेक थ्रू इंडिया के कार्यक्रम में भाग लिया।

सारथी
प्रतिदिन महिलाओं का एक निश्चित प्रतिशत सामान्य परिवहन जैसे आॅटो, बस, टेम्पो, ई रिक्शा इत्यादि से यात्रा करती है। महिला सम्मान प्रकोष्ठ यातायात पुलिस, स्वयं सेवी संगठन, परिवहन निगम के अधिकारियों एवं आॅटो चालकों के संगठनों से सम्पर्क बनाये रहता है जिससे महिलाओं की यात्रा सुविधाजनक एवं सुरक्षित हो सके।
वर्ष 2016 में इस कार्यक्रम के अन्तर्गत 500 ड्राइवर/कन्डक्टरों एवं 100 आटो, टेम्पो, ई रिक्शा चालकों को जागरूक किया गया ।

अक्षया
अक्षया कार्यक्रम के अन्तर्गत लड़कियों को आत्मरक्षा के लिये शिक्षित किया जाता है। अक्षया महिला सम्मान प्रकोष्ठ की ऐसी प्रबल शाखा है जिसके अन्तर्गत महिलाओं एवं लड़कियों को उनके आत्मसम्मान, आत्मविश्वास एवं आत्मचेतना को जागृत करने के लिये प्रशिक्षण पर बल दिया देता है ।
इस कार्यक्रम के अन्तर्गत उ0प्र0 पुलिस, उ0प्र0 कराटे संघ और स्वयं सेवा संस्थाओं ने लड़कियों को First Responders में तत्काल इस प्रकार की घातक घटनाओं से उबरना तथा हमलावरों से किस प्रकार लड़ना है, का प्रशिक्षण दिया गया ह । वर्ष 2016 में 35 स्कूल/कालेजों में 12,000 लड़कियों को प्रशिक्षण दिया गया है।

शोध व संवाद
लैंगिक संवेदीकरण व सामुदायिक पुलिसिंग के माध्यम से न केवल महिलाओं एवं बच्चियों को जागरूक किया जा रहा है, अपितु उन्हें अपने कर्तव्यों व अधिकारों के प्रति भी सचेत किया जा रहा है ताकि भविष्य में बच्चियों व महिलाओं के विरूद्ध यौन शोषण घरेलू हिंसा आदि की घटनाओं में कमी लायी जा सके।

बच्चों से सम्बन्धित कार्यक्रम
1- आपरेशन स्माईल व आपरेशन मुस्कान के अन्तर्गत बच्चों को उनके परिजनों से मिलाया गया । आपरेशन स्माइल व आपरेश मुस्कान चलाया गया । वर्ष 2016 में आपरेशन स्माइल द्वितीय- 418 व आपरेशन मुस्कान द्वितीय-716 के अन्तर्गत बच्चों को उनके परिजनों से मिलाया गया ।
2-ट्रेक द मिसिंग चाइल्ड
वेब पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध करायी गयी सूचना द्वारा चाइल्ड रिस्टोरेशन का कार्य किया जा रहा है। ट्रैक द मिसिंग चाइल्ड एवं विभिन्न प्रदेशों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों से निरंतर समन्वय स्थापित कर वहाॅ से रिकवर होने वाले बच्चों की वापसी सुनिश्चित करना एवं उ0प्र0 में पाये गये अन्य प्रदेशों के बच्चों को उनके परिवार में पुर्नस्थापित कराये जाने/यदि पुर्नस्थापित कराये जाने में कठिनाई होती है तो उनके प्रदेश में स्थानान्तरण का प्रयास प्रकोष्ठ द्वारा लगातार किया जा रहा है। वर्ष 2016 में 42 अन्य राज्य से बच्चे उ0प्र0 में ट्रांसफर कराये गये तथा 150 प्रक्रिया प्रचलित है।

3-वर्ष 2016 में बालश्रम रेस्क्यू की कार्यवाही

माह जनपद थाना दिनांक रेस्क्यू बरामद/अवमुक्त
जनवरी लखनऊ AHTU लखनऊ 13/1/16 05
जनवरी लखनऊ मड़ियांव 13/1/16 07
जनवरी मेरठ AHTU मेरठ 13/1/16 17
जनवरी बनारस AHTU बनारस 24/1/16 09
जनवरी आगरा AHTU 24/1/16 08
जनवरी गाजियाबाद AHTU 25/1/16 61
फरवरी मेरठ AHTU मेरठ 19/2/16 04
मार्च गाजियाबाद AHTU 15/3/16 08
मार्च लखनऊ AHTU 16/3/16 09
अप्रैल मेरठ AHTU 25/4/16 08
अप्रैल ललितपुर AHTU 15/4/16 04
मई आगरा AHTU 5/5/16 03
मई लखनऊ AHTU 23/5/16 03
मई गाजियाबाद AHTU 23/5/16 11
मई इलाहाबाद AHTU 25/5/16 21
मई आजमगढ AHTU 25/05/16 04
जून मेरठ AHTU 25/06/16 02
योग 184

राज्य में नोडल एजेंसी के रूप में मानव तस्करी के संबंध में किये जा रहे कार्य
प्रदेश के 75 जनपदों में नोडल एजेंसी के रूप में मानव तस्करी के संबंध में कार्य किये जा रहे हैं। भारत सरकार योजनानुसार प्रदेश के 35 जनपदों में AHTU का गठन किया गया है।
दिनांक 04-05-2016 एवं 25-05-2016 द्वारा 12, 12, 11 जनपदों के एएचटीयू को थाना घोषित करने के लिये अधिसूचना जारी की गयी है।
सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक एनडीआरएफ डा0 पी0एन0 नायर के साथ संयुक्त रूप से मिलकर दिनांक 18-02-16 एवं 19-03-16 व 22-11-16 को एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग की कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें 35 जनपदों के एएचटीयू यूनिट के प्रभारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। मानव तस्करी के प्रकरणों में सम्बन्धित जनपदों के विभिन्न थानों पर कुल 42 अभियोग पंजीकृत कराये गये जिसमें 23 अभियोगों में आरोप पत्र न्यायालय में पे्रषित किये तथा 3 अन्तिम रिपोर्ट और 16 अभियोग विवेचनाधीन हैं ।
इस मुख्यालय में कुल 1798 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए जिसमें से 1301 प्रकरणों में जाॅच आख्या प्राप्त हो चुकी है। 497 प्रकरणों में कार्यवाही जनपद स्तर से शेष है।

सराहनीय कार्य
उ0प्र0 पुलिस महिला सम्मान प्रकोष्ठ के पुलिस उपाधीक्षक द्वारा दिनांक 06-09-2016 को इलाहाबाद से कोलकाता जाने वाली ट्रेन से एक किशोरी को रेस्क्यू करवाया गया जो अपनी सौतेली माॅ व घरेलू परिस्थितियों से तंग आकर किसी अंजान व्यक्ति के बहकावे में गया जंक्शन पर उतरने वाली थी, परन्तु ससमय सूचना प्राप्त होते ही महिला सम्मान प्रकोष्ठ के अधिकारी द्वारा मामले की गम्भीरता के दृष्टिगत त्वरित कार्यवाही करते हुए चाइल्ड लाइन लखनऊ व गया बिहार से सम्पर्क स्थापित करके बच्ची को गलत हाथों में पड़ने से बचाया एवं उसे सही सलामत शेल्टर होम भिजवाया, यद्यपित उक्त घटना उ0प्र0 पुलिस महिला सम्मान प्रकोष्ठ के कार्य क्षेत्र में नहीं थी, फिर भी अधिकारियों की कर्तव्यपरायता एवं सूझबूझ से एक अनहोनी घटना को घटित होने से बचाया जा सका जिससे बच्ची के जीवन व अस्मिता की भी रक्षा हो सकी ।

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