देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत से बीजापुर राज्य अतिथि गृह में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सी.पी.मोहन एवं अन्य अधिकारियों ने भेंट की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि नाबार्ड चारधाम यात्रा मार्गो पर स्माॅल मार्केट बनाने में सहयोग करे। इसके साथ ही स्कूल, अस्पताल आदि सरकारी भवन बनाये, जिसके लिए राज्य सरकार भूमि उपलब्ध करायेगी।
प्रदेश में छोटी-छोटी औद्योगिकी इकाईयों की स्थापना में मदद करें। कम से कम एक हजार लोगो के लिये विजिनेंस सेंटर स्थापित करने में मददगार हो, जो स्वयं सहायता समूह के विस्तार के रूप में पहचान बना सकें। नाबार्ड राज्य सरकार के साथ मिलकर पुल और सड़क निर्माण के कार्य में भी आगे आये। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि नाबार्ड इन सभी बिन्दुओं पर एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर, राज्य सरकार को भेजे। उन्होंने कहा कि नाबार्ड के साथ इस माह के द्वितीय सप्ताह में पुनः उच्च स्तरीय बैठक की जायेगी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि बजट 2015-16 में राज्य सरकार द्वारा जनहित में महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की गई है। इन योजनाओं में क्रियान्वयन में भी नाबार्ड सहभागी बने। उन्होंने कहा कि मेरा गांव मेरी सड़क योजना, मानव वन्य जीव संघर्ष को कम करने के लिए शुरू की दीवार सुरक्षा योजना, पशुपालन कालेज स्थापना, चाल-खाल योजना, ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार करना आदि में नाबार्ड सहभागी की तरह कार्य करे। इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 02 व 25 मेगावाट तक की लघु बिजली परियोजनाआंे के लिए अलग से नीति बनायी गयी है। इन परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिए भी नाबार्ड आगे आये।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सी.पी.मोहन ने बताया कि नाबार्ड उत्तराखण्ड के विकास में सहभागी बनना चाहता है। इसके लिए राज्य सरकार को हर संभव सहयोग दिया जायेगा। श्री मोहन ने कहा कि नाबार्ड नये क्षेत्रों को चिन्हित कर उनके समग्र विकास के लिए कार्ययोजना बना रहा है। इसके लिए अधिक से अधिक स्वयं सहायता समूह गठन पर जोर दिया गया है।
इस अवसर पर नाबार्ड के डी.जी.एम.ए.के.पाडरी, वी.के.बिष्ट, आर.पी.सिंह, मुख्यमंत्री के जनसंपर्क समन्वयक जसबीर रावत आदि उपस्थित थे।
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