देहरादून: उत्तराखंड मसूरी के लाल बहादूर शास्त्री अकादमी (एलबीएस) में फर्जी आईएएस महिला के ठहरने के मामले में विवाद गहराता जा रहा है. इस मामले की स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) जांच कर रही है, वहीं रुबी चौधरी इस मांग पर अड़ी है कि एलबीएस अकादमी के डिप्टी डारेक्टर के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाए.
गुरुवार रात तक रुबी चौधरी के ब्यान दर्ज किए गए. मामले में सीबीसीआईडी की महिला अधिकारी शाहजहां अंसारी ने रुबी चौधरी के ब्यान दर्ज किए थे, जिसके बाद शुक्रवार सुबह एसआईटी की टीम एलबीएस अकादमी पहुंची और एलबीएस अकादमी के कई अधिकारियों और कर्मचारियों से पुछताछ की.
बताया जा रहा है कि एलबीएस अकादमी में सीसीटीवी कैमरो में कैद तस्वीरों के साथ ही कई अहम जानकारी एसआईटी की टीम ने जुटाए हैं. एक तरफ एसआईटी की टीम एलबीएस अकादमी में मामले में जांच कर रही थी, वहीं दूसरी तरफ रुबी चौधरी देहरादून के एक होटल में एलबीएस अकादमी के डिप्टी डायरेक्टर सौरभ जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करती रही.
देहरादून के एक होटल में रुबी चौधरी के साथ दो महिला पुलिसकर्मी भी है. इस मामले में जो जानकारी निकल कर आ रही है उसके अनुसार, एसआईटी ने रुबी चौधरी की कॉल डिटेल भी खंगालनी शुरू कर दी है. इसके जरिए किससे और कब रुबी की एलबीएस अकादमी में बात हुई, उसकी तफ्तीश की जा रही है.
मामले मे रुबी चौधरी ने दावा किया कि डिप्टी डायरेक्टर जैन ने कई बार एलबीएस के लैन्ड लाइन से उसको कॉल की है, जाहिर बात है कि कॉल डिटेल पूरे प्रकरण में कई चेहरो को बेनकाब कर सकती है. पूरे मामले में एलबीएस ने अब चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि रुबी चौधरी द्वारा लगाए जा रहे तमाम आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने एलबीएस ने गार्ड को पूरे मामले का जिम्मेदार ठहराया है.
ऐसे में यह सवाल ये ही उठ रहें हैं कि तमाम सुरक्षा व्यवस्था को ठेंगा दिखा कर पूरा मामला सात महीने तक चलता रहा, लेकिन आखिर क्यों इतने दिनों तक मामला दबा रहा. मामला महज उत्तराखंड और यूपी से ही नहीं जुड़ा है. पूरे मामले के बाद दिल्ली तक खलबली मची हुई है.